निर्धारित से 2-3 पड़ाव आगे पहुंचे पंचक्रोशी यात्री, यात्रा में दिखा अभूतपूर्व उत्साह एवं दृढ़ आस्था
उज्जैन । यूं तो पंचक्रोशी यात्रा की प्रारम्भ तिथि वैशाख कृष्ण दशमी होती है, जो कि इस बार 11 अप्रैल को आई, परन्तु इस बार पंचक्रोशी यात्रा में अभूतपूर्व उत्साह एवं दृढ़ आस्था दिखी, जिसके चलते अधिकांश पंचक्रोशी यात्री गुरूवार को निर्धारित दूसरे पड़ाव करोहन से 2-3 पड़ाव आगे बिलकेश्वर (अंबोदिया) तक तथा कुछ यात्री तो कालियादेह पड़ाव तक पहुंच गए। यद्यपि कुछ यात्रियों ने करोहन में ही पड़ाव किया। यात्रा का समापन तिथि अनुसार वैशाख कृष्ण अमावस्या 16 अप्रैल को होना है, परन्तु अधिकांश यात्री इसके पहले ही अपनी यात्रा पूर्ण कर चुके होंगे।
20 वर्ष से आ रहे हैं यात्रा पर
पंचक्रोशी मार्ग पर अंबोदिया पड़ाव से आगे जा रहे यात्री सारोल देवास निवासी 60 वर्षीय श्री नाथूलाल बताते हैं कि वे पिछले 20 वर्षों से निरन्तर पंचक्रोशी यात्रा पर आ रहे हैं। इसके पीछे उनका मकसद केवल आत्मिक शान्ति है। उन्हें इस यात्रा पर आकर अत्यधिक आनन्द मिलता है। उनको इस बात का भी सन्तोष है कि उनकी नई पीढ़ी भी इस यात्रा का महत्व समझने लगी है।
5 साल से नाना के साथ आ रहा हूं
श्री नाथूलाल के नाती श्री पंकज सेन, जिनकी उम्र अभी 18 वर्ष है, गत 5 वर्ष से लगातार नानाजी के साथ पंचक्रोशी यात्रा पर आ रहे हैं। पंकज ग्राम भगाना, पालिया इन्दौर में रहते हैं। प्रतिवर्ष पंचक्रोशी यात्रा में आने से पहले ही वे अपने नाना घर पहुंच जाते हैं, फिर उनके साथ पंचक्रोशी यात्रा पर रवाना होकर उसका आनन्द लेते हैं।
रात में 3 बजे से यात्रा प्रारम्भ करते हैं
बड़ागांव खाचरौद के श्री अन्तरसिंह (63 वर्ष) गत 12 वर्ष से पंचक्रोशी यात्रा पर आ रहे हैं। उनके साथ गत 3 वर्षों से उनके साथ सिद्धूलाल पाटीदार ने भी आना प्रारम्भ किया है। वे तड़के 3 बजे उठकर अपनी यात्रा प्रारम्भ करते हैं तथा सबेरे 9-10 बजे तक जहां पहुंचते हैं वहीं रूक जाते हैं। वहां फिर स्नान-ध्यान करके भोजन, विश्राम तथा फिर शाम को आगे बढ़कर रात्रि 9-10 बजे रात्रि विश्राम। कल करोहन रूके थे, आज अंबोदिया पहुंचे, अब कालियादेह से पहले सोरन में रात्रि विश्राम करेंगे।
अगली यात्रा का इंतजार रहता है
आजमखेड़ा मंदसौर के तीर्थयात्री रामनारायण, रामचंदर, रानीपुरा के बाबूलाल, जीवनसिंह, पीरालाल, जगमाल पीपल्या इन्दौर के मनोहरलाल, तराना इन्दौर के राकेश आदि बताते हैं कि उन्हें पंचक्रोशी यात्रा में बहुत मजा आता है और वे यात्रा के समाप्त होने के बाद अगली यात्रा का इंतजार करते हैं।
3 दिन पहले ही यात्रा शुरू कर दी
भुआनखेड़ी इन्दौर के पंचक्रोशी तीर्थयात्री श्री घनश्याम अपने 10 साथियों के साथ यात्रा पर आए हैं। इन्होंने निर्धारित दिन 11 अप्रैल से 3 दिन पहले ही अपनी यात्रा प्रारम्भ कर दी। आज ये कालियादेह पड़ाव स्थल पहुंच जाएंगे। जब इनसे इस बारे में पूछा गया तो इन्होंने बताया कि पूरे वैशाख माह में पंचक्रोशी यात्रा महत्वपूर्ण है। निर्धारित तिथि से थोड़ा आगे-पीछे होने से कोई अन्तर नहीं पड़ता। हम लोग आराम से पंचक्रोशी यात्रा करते हैं और इसका पूरा आनन्द लेते हैं।