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पंचक्रोशी यात्रा आज से विधिवत प्रारम्भ होगी


 

निर्धारित तिथि के पूर्व ही पड़ाव स्थलों पर पहुंचने लगा श्रद्धालुओं का जत्था

प्रशासन की ओर से पहले से ही चाक-चौबन्द व्यवस्थाएं की गईं

      उज्जैन । पंचक्रोशी यात्रा का विधिवत शुभारम्भ बुधवार 11 अप्रैल से होगा। नागचन्द्रेश्वर महादेव मन्दिर से बल लेकर श्रद्धालु पंचक्रोशी यात्रा की शुरूआत करेंगे। अपने सिर पर सामान और दिलों में आस्था की गठरी लिये मीलों पैदल चलेंगे लोग। उनकी नजरें सिर्फ अगले पड़ाव स्थल पर ही रहेंगी। एक पड़ाव स्थल पर पहुंचने के पश्चात कुछ देर आराम कर फिर अगले पड़ाव की ओर अपने कदम बढ़ायेंगे श्रद्धालु। यह क्रम लगातार पांच-छह दिनों तक जारी रहेगा। श्रद्धालुओं को यात्रा के दौरान सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिये प्रशासन ने भी कमर कस ली है। चाहे प्रशासन हो या यात्रा के पड़ाव स्थल पर पड़ने वाले गांवों में रहने वाले आमजन सभी के लिये इन दिनों में श्रद्धालुओं की सेवा ही सर्वोपरि होती है।

हालांकि निर्धारित तिथि के पूर्व ही पड़ाव स्थलों पर श्रद्धालुओं का जत्था पहुंचना शुरू हो गया है। कलेक्टर श्री संकेत भोंडवे के निर्देश अनुसार जिला प्रशासन की ओर से सभी पड़ाव और उप पड़ाव स्थलों पर पहले से ही चाक-चौबन्द व्यवस्थाएं कर दी गई हैं। जगह-जगह पूछताछ केन्द्र, औषधी वितरण केन्द्र, कंट्रोल रूम, खोयापाया केन्द्र और उचित मूल्य की दुकानें लगाई गई हैं। साथ ही आकस्मिकता के दृष्टिगत फायर ब्रिगेड व एम्बुलेंस भी तैनात हैं। श्रद्धालुओं के स्नान के लिये पड़ाव स्थलों पर शॉवर की व्यवस्था, पीएचई द्वारा शीतल पेयजल की व्यवस्था और मप्र सहकारी दुग्ध संघ मर्यादित द्वारा ठण्डा पानी, छाछ, लस्सी, श्रीखंड एवं अन्य ठण्डे पेय पदार्थों की व्यवस्था की गई है।

केवल आस्था आपकी, बाकी सारी व्यवस्थाएं प्रशासन की

हर साल और बेहतर होती जा रही है पंचक्रोशी यात्रा के दौरान व्यवस्थाएं

      पिंगलेश्वर में जावरा से आई जीवनकुंवर और लालकुंवरबाई एक ही परिवार से हैं और निरन्तर सात वर्षों से पंचक्रोशी यात्रा करती आ रही हैं। उन्होंने कहा कि हर वर्ष प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं को दी जाने वाली व्यवस्थाएं निरन्तर बेहतर हो रही हैं। यहां सभी आवश्यक व्यवस्थाएं जैसे- खाने के लिये अनाज, पीने के लिये पानी, दवाईयां, आराम करने के लिये शामियाना, पंखे और यहां तक कि रोजमर्रा के उपयोग में आने वाले राशन की सामग्री भी उचित मूल्य की दुकान के माध्यम से श्रद्धालुओं को उपलब्ध कराई जा रही है। पिंगलेश्वर पड़ाव स्थल पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगाये गये चिकित्सा केन्द्र में ओआरएस के घोल, पेरासिटामॉल, बी-कॉम्पलेक्स, अस्थमा, एलर्जी, सिरदर्द, पेटदर्द एवं अन्य मौसमी बीमारियों और स्वास्थ्य सम्बन्धी परेशानियों के निवारण के लिये दवाईयां मौजूद हैं, जो लक्षण अनुसार श्रद्धालुओं को नि:शुल्क वितरित की जा रही हैं।

      अंग्रेजी दवाईयों के अलावा शासकीय आयुर्वेदिक औषधालय की ओर से करोहन पड़ाव स्थल पर यात्रियों के लिये नि:शुल्क आयुर्वेदिक औषधि वितरण केन्द्र बनाया गया है। उचित मूल्य की दुकानों पर पर्याप्त मात्रा में श्रद्धालुओं के लिये शकर, आटा, अलग-अलग तरह की दालें, मूंगफली के दाने, साबुदान, माचिस, चावल, शुद्ध घी, आलू, प्याज, ग्लूकोज बिस्किट, मसाले, लौंग, इलाचयी, चायपत्ती एवं अन्य राशन की सामग्री किफायती दामों में उपलब्ध है।

      करोहन में 75 वर्षीय पूनमचन्द, उनकी पत्नी सुन्दरबाई के साथ पड़ाव स्थल पर दाल-बाटी बना रहे थे। उन्होंने बताया कि वे काफी सालों से पंचक्रोशी की यात्रा के दौरान अपने घर से अनाज और अन्य जरूरी सामान सर पर लादकर लाया करते थे, परन्तु अब प्रशासन द्वारा सभी पड़ाव स्थलों पर राशन की सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है, जिस कारण उन्हें इस उम्र में व्यर्थ का बोझ नहीं उठाना पड़ रहा है। उन्होंने सभी व्यवस्थाओं की खुले मन से प्रशंसा की। सभी पड़ाव स्थलों पर कंट्रोल रूम, पूछताछ केन्द्र एवं खोयापाया केन्द्र भी सुचारू रूप से संचालित किये जा रहे हैं।

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