महाराष्ट्रीयन सारस्वत समाज न्यास का स्वर्ण जयंती सभारंभ
स्मारिका का हुआ विमोचन, वरिष्ठजनों के साथ प्रतिभाएं हुई सम्मानित-महिलाओं ने खेला हल्दी कंकू
उज्जैन। महाराष्ट्रीय सारस्वत समाज न्यास का स्वर्ण जयंती समारंभ स्मारिका विमोचन वरिष्ठ जनसम्मान, प्रतिभा सम्मान के साथ महिलाओं ने हल्दी कंकू खेला और छोटे बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए। समारोह में उज्जैन के अलावा भोपाल, रतलाम, देवास, मुंबई, मंदसौर से समाजजन शामिल हुए।
समारंभ कार्यक्रम का प्रारंभ दीप प्रज्जवलन कर मुख्य अतिथि पूर्व न्यायमूर्ति उच्च न्यायालय जबलपुर अभय नाईक, विशिष्ट अतिथि मानद सचिव सानद न्यास इंदौर जयंत भीसे ने किया। स्वागत सारस्वत समाज न्यास अध्यक्ष विजयकुमार पिंगे एवं मिलिंद पन्हालकर ने किया। अतिथियों ने स्मारिका विमोचन किया जिसका वाचन विनोद मातवणकर ने किया। वरिष्ठजनों का सम्मान पद्माकर कवठेकर, विजयकुमार पिंगे, श्यामराव शिरालकर, शशिकांत किल्लेदार, सुभाष पेढणेकर, शशिकांत कोठारी, भालचंद्र केकरे, डॉ. कैलाश पेढणेकर, संध्या शिरालकर, मनीषा अरोंदेकर, प्रतिभा सम्मान रोचन सोनटक्के, मलय सोनटक्के, निमिषा किल्लेदार, मिलिंद पन्हालकर को सिनेमा में राजा की भूमिका, सिंहस्थ 2004 और 2016 में सिंहस्थ में तैराकी दल म.प्र. पुलिस से स्वागत किया गया। साथ ही डाल करंजी का आयोजन हुआ। संचालन विनोद मातवणकर और सुचित्रा अरोंदेकर ने किया। द्वितीय सत्र के दौरान मंत्री पारस जैन, कलेक्टर संकेत भोंडवे मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे। इस सत्र में गीत संगीत का कार्यक्रम कलाकार कुअंतरा किल्लेदार ने मराठी, शास्त्रीय नाट्यगीता सिनेमा के गाने गाकर सभी को मंत्रमुग्ध किया और समूह इंदौर द्वारा भोपाल से अश्विना रांगणेकर द्वारा समाज के कुलदेवता श्री मंगेश का भजन माधेउभा मंगेश, पुढ़ेउभा मंगेश मझाकड़े, देवमाजा, पाहतोआहे भजन सुनाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।