कार्यशाला के माध्यम से महिलाओं को दिया नवीनतम ज्ञान
भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ की सहकारी शिक्षा क्षेत्रीय परियोजना द्वारा नेतृत्व विकास कार्यशाला का आयोजन
उज्जैन। भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ की सहकारी शिक्षा क्षेत्रीय परियोजना द्वारा आरक्षित वर्ग के स्वयं सहायता समूह के पदाधिकारियों हेतु दो दिवसीय नेतृत्व विकास कार्यशाला का आयोजन किया गया। वर्तमान समय में नवीनतम ज्ञान प्रदान करने हेतु आयोजित यह कार्यशाला आरक्षित वर्ग के स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के लिए रखी गई। कार्यशाला में कृपा वेलफेयर सोसायटी द्वारा गठित समूह में से आरक्षित वर्ग के 15 समूह के 30 पदाधिकारी उपस्थित थे।
कार्यशाला के शुभारंभ अवसर पर मुख्य अतिथि पशु चिकित्सा युनिट मोबाईल प्रभारी डॉ. जी.जी. गोस्वामी थे। अध्यक्षता कालिदास कन्या महाविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. हरीश व्यास ने की। कार्यशाला के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि कृषि विज्ञान केन्द्र वैज्ञानिक रेखा तिवारी थीं तथा अध्यक्षता उर्वरक प्रयोगशाला के सहायक रसायनिक विशेषज्ञ नवीन कुमार गुप्ता ने की। कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चित्र पर सूतमाला तथा पुष्प अर्पित किये गये। अतिथियों का प्रतिभागियों ने पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। कार्यक्रम संयोजक एवं संचालन कर रहे सहकारी शिक्षा प्रेरक प्रेमसिंह झाला ने कहा कि परियोजना द्वारा समय-समय पर आरक्षित वर्ग के सदस्यों तथा प्रतिभागियों के लिए ज्ञानवर्धक तथा उपयोगी कार्यक्रम का आयोजन किया जाता रहा है जिससे वर्ग के व्यक्ति अपना कर उत्तरोत्तर उन्नति कर सकें। इस कार्यक्रम के माध्यम से नेतृत्वकर्ताओं का व्यक्तित्व कैसा होना चाहिये बतलाया जायेगा। परियोजना अधिकारी चंद्रशेखर बैरागी ने अतिथि एवं प्रतिभागियों का परिचय तथा स्वागत भाषण देते हुए परियोजना द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में बतलाया तथा परियोजना द्वारा किये गये उल्लेखनीय कार्यों के बारे में जानकारी दी। साथ ही कहा कि नेतृत्व वह शक्ति है जो आगे रहता है, मान्य सुझाव देता है, पथ प्रदर्शित करता है, दूसरों के लिए आदर्श के रूप में कार्य करता है, नेतृत्व वह व्यवहार है जो अनुयायियों के व्यवहार के अपेक्षा अधिक प्रभावशाली तथा उच्च कुशलतापूर्ण होता है। यह कार्यशाला आरक्षित वर्ग के स्वयं सहायता समूह के पदाधिकारियों को नवीनतम ज्ञान देने के लिए आयोजित की गई जिससे वह अपने नेतृत्व में अधिक कुशलता ला सकें। कार्यक्रम अधिकारी गोपाल गुप्ता ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर रोज मेरी सिस्टर, प्रभा चौधरी, सीमा परमार, प्रकाश परमार आदि का सराहनीय सहयोग रहा।