डॉ.अवधेशपुरी महाराज से मिले सीलिंग पीड़ित किसान
उज्जैन। 41 वर्षों से सीलिंग एक्ट में जमीनें छिन जाने से परेशान किसान परमहंस डाॅ. अवधेशपुरी महाराज से मिले एवं अपने साथ हुए अन्याय के बारे में बताया। सर्वविदित है कि सन् 1976 में सीलिंग एक्ट बनाकर केन्द्र सरकार ने किसानों से जमीने अधिग्रहित की थी तथा 1999 में केन्द्र सरकार ने ही उक्त कानून को समाप्त करने के लिए नगर भूमि (अधिकतम सीमा और विनिमयन) निरसन अधिनियम पारित किया जिसे 17 फरवरी को मध्यप्रदेश शासन द्वारा लागू किया गया।
अवधेशपुरी महाराज के अनुसार आश्चर्य की बात यह है कि कानून बनने के उपरांत भी किसानों की जमीनें किसानों को वापस नहीं की गई है। जिसके कारण उज्जैन, भोपाल, इंदौर, ग्वालियर एवं जबलपुर के किसान बहुत परेशान हैं। किसानों ने अपनी व्यथा महाराजश्री को सुनाई तथा मार्गदर्शन मांगा। इस अवसर पर शहरी कृषक जनकल्याणकारी समिति के अध्यक्ष केशवराम जागीरदार, सचिव बालकृष्ण त्रिवेदी, सुंदरलाल, अंबाराम, भारतसिंह, पुरूषोत्तम पटेल, राकेश जागीरदार, मनोहरसिंह, रवीन्द्रसिंह, इंदरसिंह आदि किसान उपस्थित थे। समस्त किसानों द्वारा महाराजश्री को एक ज्ञापन भी दिया गया।