रक्षाबंधन पर राखी बांधने का मुहूर्त होगा प्रात: 11.06 से दोपहर 1.52 तक
उज्जैयिनी विद्वत परिषद की बैठक में लिया गया निर्णय
उज्जैन । इस बार रक्षा बंधन पर राखी बांधने का श्रेष्ठ मुहूर्त प्रात: 11.06 से दोपहर 1.52 तक रहेगा। उज्जैयिनी विद्वत परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया है।
बैठक गुरूवार को शासकीय जीवाजी वैधशाला उज्जैन में आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य तथा पूर्व संभागायुक्त उज्जैन डॉ. मोहन गुप्त ने की। बैठक में डॉ. बालकृष्ण शर्मा, पंडित केदारनारायण शुक्ल, पंडित नारायण उपाध्याय एवं पंडित श्यामनारायण व्यास उपस्थित थे।
विद्वत परिषद ने बताया कि श्रावण पूर्णिमा 7 अगस्त को चंद्रग्रहण रात्रि 10.52 बजे प्रारंभ होगा, ग्रहण का मध्य रात्रि 11.50 बजे तथा मोक्ष अर्ध रात्रि के बाद 12.49 बजे होगा। इस प्रकार ग्रहण का सूतक 7 अगस्त को दोपहर 1.52 से रहेगा। 7 अगस्त को भद्रा प्रात: 11.06 बजे समाप्त हो रही है। अत: रक्षा बंधन का श्रेष्ठ मुहूर्त भद्रा समाप्ति उपरान्त प्रात: 11.06 के बाद तथा सूतक प्रारंभ होने के पूर्व दोपहर 1.52 तक रहेगा।
गणेशजी की मिट्टी की 9 इंच की प्रतिमा स्थापित करना शास्त्र सम्मत
विद्वत परिषद के गणमान्य सदस्यों ने चर्चा उपरांत सर्वसम्मति से बताया कि गणेश उत्सव के दिन मिट्टी की प्रादेश मात्र अथवा लगभग 9 इंच की प्रतिमा स्थापित कर पूर्जा-अर्चन करना शास्त्र सम्मत है। सदस्यगणों द्वारा नागरिकों से यह अपील की गई कि वे घरों में यथाशक्ति मिट्टी की प्रतिमा लाकर या स्वयं बनाकर शास्त्रोक्त विधि से स्थापित कर पूजन करें। परिषद द्वारा यह निर्णय लिया गया कि मिट्टी के गणेश प्रतिमा की स्थापना हेतु एक कार्यशाला पं. श्यामनारायण व्यास के मार्गदर्शन में गुमानदेव हनुमान मंदिर पिपलीनाका उज्जैन में आयोजित की जाए।