कार्यपरिषद् की बैठक में विक्रमविश्वविद्यालय का वित्तीय वर्ष 2017-18 का बजट पारित
उज्जैन।विक्रमविश्वविद्यालय, उज्जैन की कार्यपरिषद् की बैठकदिनांक 24.03.2017 कोसम्पन्नहुई, जिसमेंविक्रमविश्वविद्यालय, उज्जैनकावित्तीय वर्ष 2017-18 काबजटपारितकियागया।बैठक की अध्यक्षताकुलपतिप्रो. एस.एस. पाण्डेय ने की।बैठकमेंकार्यपरिषद् के सदस्यडॉ. नागेशशिन्दे, डॉ.बी. के. मेहता, डॉ. एच. पी. सिंह, श्रीसौरभतिवारी, श्रीजितेन्द्र सिंह ठाकुर, सुश्रीकवितासूर्यवंशी, श्रीजे. एस. भदौरिया एवंकुलसचिवडॉ. परीक्षित सिंह उपस्थितथे।
यहबजटपूर्ववर्षों की तुलनामेंअनेकविशेषताओंवालाहै, जिसमेंकेन्द्रऔरराज्य शासन की नीतियोंकापालन, वित्तीय अनुशासन, आय बढ़ाने के प्रयास के रूपमेंविभिन्न शुल्कोंका युक्तियुक्तकरणकरतेहुयेविद्यार्थियों, शिक्षकों, कर्मचारियोंतथाविश्वविद्यालय के अकादमिक, प्रशासनिक, परीक्षा, अधोसंरचनाविकासआदिसमस्त क्षेत्रोंमेंविकास के प्रतिमानस्थापितकरने के लियेप्रावधानकियेगयेहैं।
बजट (वर्ष 2017-18) - एकदृष्टिमें
विŸावर्ष 2017-18 के बजटमेंपूर्वस्तर के कार्योंकोनिरन्तर रखतेहुए तथाविŸाय प्रबंधनमेंकसावट, व्ययोंमेंमितव्ययतातथासंसाधनोंकाअधिकतमदोहनकरने के संकल्प के साथस्थायीसम्पतियों के बेहतरविकास, विस्तार एवं रखरखावको शामिलकरनेप्रयासकियागयाहै।विŸावर्ष 2017-18 काबजट, आय एवं व्यय दोनोंदृष्टियों से निम्नानुसारहै।
आयोजनेत्तर (नॉन प्लान)
(।) अनुमानितआय रुपये 9198.00 लाख
(ठ) अनुमानितव्यय रुपये 9610.32 लाख
(ब्) अनुमानितकमी (ठ.।) रुपये (-) 412.32 लाख
विश्वविद्यालय के नॉनप्लानबजटमेंअनुमानितकमी एवंबजटकोसंतुलितकरने के संबंध मेंस्थितिइसप्रकारहैं :-
1. विश्वविद्यालय के बजटमेंप्राप्तहोनेवालीआय की तुलनामेंव्ययकाआधिक्य ;म्गबमेद्धहोनेकाप्रमुख कारण संधारणअनुदान;डंपदजंदबमळतमंदजद्ध की तुलनामेंसंस्थापन व्ययों;म्ेजंइसपेउमदज म्गचमदकपजनतमद्धकाकाफीअधिकहोनाहै।विश्वविद्यालय की प्राप्तियोंमेंनियमित संधारणअनुदानकाअनुमानितहिस्सा 17.40 पैसेप्रति रूपयाअनुमानितहै (परन्तु वास्तवमें शासन से प्राप्त संधारणअनुदानकाफी कम होता हैं), जबकिसंस्थापन व्यय ;म्ेजंइसपेउमदज म्गचमदकपजनतमद्ध 72.33 पैसेप्रति रूपयाहै।
2. बजटकोसंतुलितकरतेहुयेबजट के घाटेमेंनिम्नांकितकारण ऐसेहैं, जिनपरविश्वविद्यालय कानियंत्रण नहींहैं, यथा (1) राज्य शासन से विश्वविद्यालय को अपेक्षाअनुसार संधारणअनुदानप्राप्तनहींहोताहैं, वर्तमानमें संधारणअनुदान रुपये 700.00 लाख हैं, जबकिविश्वविद्यालय के वेतनभत्तोंपरहुयेवास्तविक व्यय कोदृष्टिगत रखतेहुयेआवश्यकता रुपये 3300.00 लाख की है, लेकिन कम से कम राज्य शासन से रुपये 1600.00 लाख प्राप्तहोनाआवश्यक हैं, (2) राज्य शासन से विश्वविद्यालय के प्रतिपूर्तिअनुदानजो शासकीय माधवमहाविद्यालय से प्राप्तहोनाहै, काप्राप्त न होना, (3) प्रतिवर्षविश्वविद्यालय द्वारापेंशन फण्ड के रूपमें रुपये 1.00 करोड़ काभुगतानराज्य शासनकोकरना, (4) विश्वविद्यालय द्वाराप्रतिवर्षलगभग रुपये 50.00 लाख काभुगतानअंकेक्षण शुल्क के रूपराज्य शासनकोकरना।
3. विŸावर्ष 2017-18 के बजटमेंराशि रुपये(-) 412.32 लाख की कमीकाअनुमानहै। शासन के मितव्ययितासंबंधीनिर्देशोंकोदृष्टिगत रखतेहुए विश्वविद्यालय वेतन-भत्तों एवंनियत व्ययों के भुगतानोंकोछोड़करअन्य समस्तमदोंमेंप्रावधानितबजटराशिमें से 20 प्रतिशत की अनिर्वायतः कटौतीकरतेहुयेबजटकोसंतुलित रखाजावेंगाऔरवर्ष के अंतमेंआकंलितकमीनहींरहेगी।
-ःः बजट की विशेषताएँःः-
1. अध्ययनशालाओं एवंछात्रावासों के सुचारु संचालनकोदृष्टिगत रखतेहुएवर्ष 2016-17मेंप्रावधानितबजटमेंलगभग 05 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि करतेहुयेवर्ष 2017-18 हेतुराशि रुपये 72.86 लाख काआयोजनेत्तर (नॉन प्लान) बजटमेंप्रावधानकियागयाहै।
2. बेहतर शोध कार्यकरने के लियेराशि रुपये 25.00 लाख काबजटप्रावधानकियागयाहै।
3. स्वच्छतामिशन के तहतहोनेवालेव्ययहेतुआयोजनेत्तर (नॉन प्लान) बजटमेंराशि रुपये 5.00 लाख काप्रावधानकियागयाहै।
4. आयोजनेत्तर (नॉन प्लान) बजटमेंपूंजीगत योजनाओं के अन्तर्गतगत् वर्षमेंकियेगयेप्रावधान रुपये 595.00 लाख मेंतीसप्रतिषत की वृद्धि करतेहुए रुपये 775.00 लाख काप्रावधानकियागयाहै।
5. क्लासरूम/लेबतथासेमीनारहॉल की अधोसंरचनाविकास के लिये रुपये 40.00 लाख काबजटप्रावधानकियागयाहै, इसीप्रकारविभिन्न अध्ययनशालाओंमेंस्मॉर्टक्लास रूम की अधोसंरचनापरहोनेवाले व्यय हेतुराशि रुपये 20.00 लाख काबजटप्रावधानकियागयाहै।
6. शोध प्रेरकताको बढ़ावादेने के उद्देश्य से राष्ट्रीय सेमीनार/संगोष्ठी/वर्कशॉपआदि के लियेआयोजनेत्तर (नॉन प्लान) बजट के अन्तर्गतराशि रुपये 15.50 लाख काप्रावधानकियागयाहै।
7. छठवे यूजीसीवेतनमानमेंविश्वविद्यालयीनशिक्षकों के एरियर की शेषराशि रुपये 214.00 लाख काभुगतानकरने के लियेतथाकर्मचारियों के सातवेंवेतनमान के एरियर के भुगतानहेतुराशि रुपये 300.00 लाख काप्रावधानकियागयाहै।
8. विŸावर्ष 2017-2018 मेंनवीनस्वविŸाय पाठ्यक्रमों (1) बी.ए.एल-एल.बी. पाँचवर्षीय पाठ्यक्रमतथा (2) डिप्लोमाइनवोकेशनलकोर्सेस (एक वर्षीय) पाठ्यक्रम (3) दूरस्थशिक्षाकेन्द्र (4) भूगोलविषय मेंस्नातकोत्तरपाठ्यक्रमप्रारम्भकरने के लियेराशि रुपये 36.00 लाख काप्रावधानकियागयाहैं।
9. विश्वविद्यालय द्वारागठितआईक्यूएसीसेल के सुचारु रूप से संचालितहोने के लियेआयोजनेत्तर (नॉन प्लान) बजटमेंराशि रुपये 4.00 लाख काप्रावधानकियागया।
10. कमजोरआय वर्ग के विद्यार्थियों के प्रोत्साहन/सहायता के लियेराशि रुपये 3.00 लाख काप्रावधान।
योजना (प्लान)
(।) अनुमानितआय रुपये 10973.80 लाख
(ठ) अनुमानितव्यय रुपये 11040.58 लाख
(ब्) अनुमानितकमी (ठ.।) रुपये (-) 66.78 लाख
नोट :- यूजीसी से बारहवीं योजनान्तर्गतजनरलडेव्हलपमेंटग्रांट के अन्तर्गतप्राप्तहोनेवाली शेषअनुदानराशि रुपये 931.80 लाख काप्रावधान योजनाबजटमेंकियागयाहै।वित्तीय वर्ष 2017-18 में योजना (प्लान) बजटमें रूसा (राष्ट्रीय उच्चतरशिक्षा अभियान) योजना के तहतविश्वविद्यालय द्वाराभेजेगयेप्रस्तावों के अनुसारराशि रुपये 9913.00 लाख की अनुमानितआय-व्यय काप्रावधान योजना (प्लान) बजटमेंकियागया।
बैठकमेंकार्यपरिषद् की पूर्वबैठकदिनांक 06 फरवरी 2017 के कार्यविवरणतथाविद्यापरिषद् की स्थाईसमिति की पूर्वबैठकों के कार्यविवरणों की पुष्टिकी गई।
बैठकमें शोध अभ्यार्थियों द्वाराप्रस्तुत शोध प्रबन्धों के परीक्षकों की अनुशंसा के आधारपरपीएच.डी. उपाधिप्रदानकरने की सूचनाग्रहण की गई।कुलसचिवडॉ. परीक्षित सिंह ने आभारव्यक्तकिया।