खाद की कालाबाजारी एवं खाद के अधिक दाम की शिकायत दर्ज करने हेतु जिला कंट्रोलरूम को सूचित करें
उज्जैन 08 नवम्बर। जिलें मे निरंतर किसानों को उर्वरक का वितरण किया जा रहा है। अब
तक जिले मे किसानों को 12 हजार 448 मैट्रिक टन यूरिया का वितरण किया जा चूका है। हाल ही
में जिले को 2300 मैट्रिक टन यूरिया प्राप्त हुआ है और आगामी सप्ताह में जिले को और 2 हजार से
अधिक मेट्रिक टन उर्वरक मिलेगा। वर्तमान में जिले की 11 नगद विरतण केन्द्रों से यूरिया का
वितरण किसानों को वितरित किया जा रहा है। इसके अतिरक्ति सोसायटियों के दवारा भी किसानों को
उर्वरक वितरण किया जा रहा है। खाद वितरण की व्यवस्थाओं में एकाध घंटा विलंब हो सकता है।
एक दिन मार्केटिंग सोसायटी में यूरिया नही था, पर पास की विपणन संघ के मोहनपुरा स्थित
मार्कफेड के गोडाउन में डबल लॉक में 50 टन यूरिया उपलब्ध था। किसानों को खाद वितरण में कई
बार व्यवस्था की दृष्टि से विलंब हो सकता है परंतु किसानों की मांग अनुसार जिले में खाद उपलब्ध
कराया जा रहा है। कलेक्टर श्री कुमार पुरूषोत्तम ने इस आशय की जानकारी देते हुए किसानों से कहा
है कि वे आवश्यकता अनुसार खाद लें।
कलेक्टर श्री कुमार पुरूषोत्तम के निर्देशानुसार जिले में खाद की कालाबाजारी और अधिक दाम
पर खाद बैचने वाले दुकानदारों की शिकायत दर्ज किये जाने हेतु जिला कंट्रोलरूम की स्थापना
कार्यालय अधीक्षक भू-अभिलेक के कक्ष में की गई है। कंट्रोलरूम का दूरभाष क्रमांक- 0734-2513512
है। कंट्रोलरूम गत दिवस 5 नवम्बर से प्रतिदिन 24 घंटे क्रियाशील होकर आगामी 30 नवम्बर तक
प्रभावशील रहेगा। कंट्रोलरूम प्रभारी श्री माधव प्रसाद मोंगरे (9329303151) अधीक्षक भू-अभिलेख
तथा नोडल अधिकारी श्री आर.पी.एस. नायक (9920404057), उप संचालक कृषि होंगे।
कंट्रोलरूम में कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। इसके अनुसार प्रात: 8 बजे से दोपहर 3
बजे तक सहायक ग्रेड-3 श्री मुकेश मालवीय (8959074898) और भृत्य श्री अभिषेक खत्री
(7010233175), दोपहर 3 बजे से रात्रि 9 बजे तक अनुरेखक श्री राकेश चंद्र रावल (7000862787)
और स्थाईकर्मी श्री सत्यनारायण चौहान तथा रात्रि 9 बजे से प्रात: 8 बजे तक अनुरेखक श्री संदीप
पंडित (9827017208) और श्री शिवनारायण शर्मा (9770392912) की ड्यूटी लगाई गई है।
उपरोक्त कर्मचारी किसी भी प्रकार की खाद संबंधि शिकायत प्राप्त होने पर उपलब्ध पंजी में
दिनांक एवं समय की जानकारी सहित दर्ज कराएंगे। और इसकी सूचना तत्काल संबंधित वरिष्ठ
अधिकारियों को पंजी में दर्ज दूरभाष नंबरों पर अवगत कराएंगे। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही
अक्षम्य होगी।