गृहमंत्री अनिल देशमुख ने जारी की पालघर घटना के आरोपियों की सूची, विपक्ष पर लगाया धार्मिक रंग देने का आरोप
महाराष्ट्र के पालघर में साधुओं को चोर समझकर हुई मॉब लिंचिंग की घटना के बाद देश में हड़कंप मचा हुआ है। ग्रामीणों ने दो साधुओं सहित तीन लोगों को चोर समझ पीट-पीटकर मार डाला था। इस घटना के बाद महाराष्ट्र सरकार की मुसीबत भी बढ़ गई है। इस बीच गृह मंत्री अनिल देशमुख ने इस घटना के आरोपियों की सूची जारी कर दी है। बता दें कि इस मामले के तूल पकड़ने के बाद स्थानीय प्रशासन द्वारा 101 आरोपियों को गिऱफ्तार कर लिया गया था। इस घटना के बाद विपक्ष द्वारा राज्य सरकार को घेरने पर गृह मंत्री देशमुख ने कहा कि इस घटना को लेकर विपक्ष साम्प्रदायिक रंग देने पर तुला है जबकि मॉब लिंचिंग में एक भी मुस्लिम शामिल नहीं था।
गृह मंत्री ने जारी की आरोपियों की सूची
गृह मंत्री अनिल देशमुख ने 101 आरोपियों की सूची जारी कर दी है, जिन्हें पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था। इस बीच उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि 'इस घटना से ताल्लुक रखने वाला कोई भी आरोपी मुस्लिम नहीं है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस घटना को राजनीतिक रंग दिया जा रहा है।' देशमुख ने कहा कि 'पालघर घटना के 101 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस लिस्ट को सार्वजनिक कर दिया गया है। ये लिस्ट उन लोगों को देखना चाहिए जो लगातार इस घटना को साम्प्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं।'
सामने आया था घटना का वीडियो
बीते रविवार को साधुओं के साथ हुई मॉब लिंचिंग का वीडियो सामने आया था। इस वीडियो में सैंकड़ों लोग तीन लोगों को लाठियों और पत्थरों से पीटते नजर आ रहे थे। भीड़ ने उन लोगों को तब तक पीटा जब तक तीनों मर नहीं गए। इस दौरान मौके पर पहुंचे पुलिसवाले भी भीड़ के सामने असहाय नजर आए और उन्होंने साधुओं को बचाने की कोशिश नहीं की।
रेलवे कर्मचारी बाल-बाल बचे थे
बताया जा रहा है कि रविवार को हुई मॉब लिंचिंग की घटना के दो दिन पहले ही वहां से कुछ रेलवे कर्मचारी भी गुजरे थे। उन कर्मचारियों पर भी भीड़ ने हमला करने की कोशिश की थी। लेकिन वे खुशकिस्मत रहे कि वहां से बाल-बाल बच निकले थे।