चीन से तीन लाख रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट किट लेकर भारत पहुँचा एयर इंडिया का विमान
चीन के गुआंगझोऊ के लिए एक विशेष एयर इंडिया की फ्लाइट से शनिवार को तीन लाख रैपिड एंटीबॉडी परीक्षण किट लेकर रवाना हो गया है। इन किट्स को तमिलनाडु और राजस्थान में कोरोना संक्रमितों की जांच के लिए भेजा जाएगा। चीन में भारतीय राजदूत विक्रम मिश्री ने इसके प्रयासों के लिए भारतीय मिशन की प्रशंसा की। उन्होंने ट्वीट किया- लगभग 3 लाख रैपिड एंटिबॉडी टेस्ट एयर इंडिया द्वारा गुआंगझोऊ से एयरलिफ्ट किए गए हैं। राजस्थान और तमिलनाडु को इनकी सप्लाई होनी है। हमारी टीम द्वारा ग्राउंड पर शानदार काम किया गया है।
नागरिक उड्डयन मंत्री हदीप सिंह पुरी ने एक ट्वीट में लिखा- भारत सरकार की तरफ से COVID-19 के प्रसार को रोकने के लिए देशव्यापी तालाबंदी की घोषणा करने के बाद से 247 उड़ानों ने 2,45,293 किलोमीटर की यात्रा कर 418 टन से अधिक चिकित्सा और आवश्यक कार्गो का परिवहन किया है।
उधर, असम सरकार ने इस हफ्ते चीन से आयातित चीनी व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) किट का इस्तेमाल नहीं करने का फैसला किया है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के एक वर्ग द्वारा किटों की गुणवत्ता और प्रभावकारिता पर संदेह जताए जाने के बाद यह निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि अब हमारे पास दो लाख पीपीई किट का भंडार है। हम पहले 1.50 लाख पीपीई किट का उपयोग करेंगे और हमने गुवाहाटी में आपूर्तिकर्ता को 50 हजार चीनी पीपीई किट अपने गोदाम में रखने के लिए कहा है।
हम गुणवत्ता परीक्षण के लिए नमूने भेजेंगे, इसके बाद में यदि वे टेस्ट में पास होते हैं, तो जरूरत पड़ने पर उनका इस्तेमाल होगा। बताते चलें कि बुधवार को, देश भर में असम देश का पहला ऐसा राज्य बन गया, जिसने देश भर में तालाबंदी के दौरान वायरस से प्रभावित देशों से उपकरण आयात किए। हवाई अड्डे पर चीन से आई चिकित्सा उपकरणों की खेप सरमा ने खुद प्राप्त किया। असम में कुछ मीडिया चैनल ने 50 हजार चीनी पीपीई किटों के खराब होने के बारे में खबरें चलाई थीं। कल से हमारे डॉक्टरों का एक वर्ग और स्वास्थ्य कर्मचारी चीन से आई किट को लेकर असहज और चिंतित लग रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम नहीं चाहते कि वे परेशान हों।