पाकिस्तान में भी तब्लीगी जमात के 429 सदस्य कोरोना पॉजिटिव मिले
कराची। CoronaVirus in Pakistan: कोरोना वायरस महामारी का संक्रमण पाकिस्तान में काफी तेजी से फैल रहा है। पाकिस्तान के सिंध प्रांत में तब्लीगी जमात के 429 सदस्य कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इससे एक बार फिर स्थानीय सरकार और एजेंसियों के प्रयासों को बड़ा झटका लगा है।
सिंध प्रांत के मुख्यमंत्री सैयद मुराद अली शाह ने बताया कि तब्लीगी जमात के 429 सदस्यों ने पंजाब प्रांत के रावलपिंडी में वार्षिक धार्मिक जलसे में हिस्सा लिया था और अब ये संक्रमित पाए गए हैं। उन्होंने बताया कि पॉजिटिव रिपोर्ट मिलने के बाद जमात के इन सभी सदस्यों को आईसोलेशन में रखा गया है।
बता दें कि पाकिस्तान में कोरोना मरीजों की संख्या शुक्रवार को बढ़कर 7260 हो गई। जबकि 137 लोगों की यहां अब तक मौत हो चुकी है। बता दें कि तब्लीगी जमात के लोग सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पाकिस्तान, मलेशिया और ब्रुनेई में भी कोरोना वायरस संक्रमण के बड़े वाहक साबित हुए हैं।
लॉकडाउन में दी गई ढील
पाकिस्तान सरकार ने लॉकडाउन में ढील देने की घोषणा के कुछ दिनों बाद ही कोरोना के मामलों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई है। दो दिनों में कोरोना वायरस के एक हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं, जबकि इस दौरान 25 से ज्यादा लोगों की मौत हुई।
यहां बता दें कि अधिकांश संक्रमितों ने पंजाब प्रांत के रायविंड शहर में तब्लीगी जमात के कार्यक्रम में भाग लिया था। हालांकि स्वास्थ्य मामलों पर प्रधानमंत्री के विशेष सहायक जफर मिर्जा का कहना है कि देश में बढ़ते मामलों को लॉकडाउन में दी गई छूट से नहीं जोड़ा जाना चाहिए।
ये है तब्लीगी जमात
तब्लीगी जमात संप्रदाय मुसलमानों को कुरान का पालन करना सिखाते हैं और वैसे ही धर्म का पालन कराना चाहते है जैसा पैगंबर के समय में होता था। दक्षिण-पूर्व एशिया में इसे गैर-राजनीतिक संगठन होने का दावा किया जाता है, लेकिन इसमें उच्च-श्रेणी के राजनेता और उनके रिश्तेदार शामिल हैं। जमात की स्थापना हरियाणा में हुई और फिर धीरे-धीरे इसने पहले दक्षिण एशियाई क्षेत्रों जैसे पाकिस्तान और बांग्लादेश में प्रसार शुरू किया। इसके बाद इंडोनेशिया और मलेशिया में तेजी से फैला। अब ये विश्व के कई देशों में पहुंच गया है।
जमात का कट्टरवाद कई बार विवादों में घिरा रहा है। विश्वभर में बम धमाकों से लेकर सांप्रदायिक दंगों, बलवे जैसी घटनाओं के पीछे जमात के लोगों की भूमिका मिली है। इंटेलीजेंस रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने भारत के खिलाफ कश्मीर में अभियान के लिए तब्लीगी जमात अनुयायियों को काम पर रखा है।