प्रदेश में इन जगाहों पर हुई ओलों के साथ तेज बारिश, फसलें बिछी
छतरपुर. जिले के नौगांव, गौरिहार, बड़ामलहरा, गढ़ीमलहरा, बिजावर, हरपालपुर, घुवारा क्षेत्र मेें शनिवार रात और रविवार सुबह तेज हवा के साथ एक घंटे तक तक हुई बारिश से गेहूं, जौ और सरसों की फसल खेत में बिछ गई है। चना, मटर के फूल झड़ गए। बड़ामलहरा क्षेत्र के दर्जनों गांवों में शनिवार रात ओले गिरे, जिससे फसलों को भारी नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है। कलेक्टर शीलेंद्र सिंह ने नुकसान का आंकलन करने के निर्देश दिए हैं।
टीकमगढ़: जिले में शनिवार देररात और रविवार सुबह बारिश हुई। बल्देवगढ़ क्षेत्र में 20 से 30 फीसदी गेहूं की फसल को नुकसान हुआ है।
रायसेन: रायसेन, गैरतगंज और सुल्तानगंज में रविवार सुबह बारिश और तेज हवा के कारण गेहूं की फसल आड़ी हो गई है। सुल्तानगंज में रविवार शाम चने के आकार के ओले गिरे।
गुना: कई गांवों में बारिश हुई। बमोरी ब्लॉक के आधा दर्जन गांवों में बड़े आकार वाले ओले गिरे। चना को ज्यादा नुकसान हुआ है।
अशोकनगर: बारिश से गेहूं की फसल आड़ी हो गई है। बालियां टूट गईं। चना को ज्यादा नुकसान होने की आशंका है।
रात को पूरे शहर में तेज बौछारें, आज भी ऐसा ही रहेगा मौसम
राजधानी भोपाल में मौसम का मिजाज रविवार को दिनभर बदलता रहा। सुबह से छाए बादल दोपहर में कुछ देर के लिए छंटे तो शाम के वक्त कुछ इलाकों में फुहारें पड़ीं। जबकि, रात 9 बजे के बाद शहर के लगभग सभी इलाकों में गरज-चमक के साथ बारिश हुई। इससे हवा में ठंडक घुल गई। कई इलाकों में बिजली गुल-बारिश के दौरान कई इलाकों में बिजली गुल हो गई। एमपी नगर, राजहर्ष, शकुंतला नगर, प्रियंका नगर, कोटरा सुल्तानाबाद, शबरी नगर, जहांगीराबाद, में बिजली गुल हुई।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एके शुक्ला के मुताबिक मौसम में यह बदलाव हवा के ऊपरी भाग में बने चक्रवात, द्रोणिका और पश्चिमी विक्षोभ के कारण हुआ है। सोमवार को भी आंशिक बादल छाने और हल्की फुहारें पड़ने के आसार हैं। तापमान में ज्यादा बदलाव की उम्मीद नहीं है।
यह थी वजह... इन तीन सिस्टमों ने कराई बूंदाबांदी
दक्षिण-पश्चिमी मप्र में हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुअा है।
दक्षिण-पश्चिमी मध्यप्रदेश से कर्नाटक तक एक द्रोणिका बनी है।
पश्चिमी विक्षोभ जम्मू कश्मीर के ऊपर बना हुआ है।