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निःस्वार्थ सेवा संस्था की मदद से जीती कैंसर से लड़ाई



दवा बाजार के चौकीदार की तबीयत खराब की खबर लगी, जांच कराई तो निकला कैंसर, संस्था ने इंदौर में करवाया ऑपरेशन
उज्जैन। ‘सेवा है हमारा करम, सेवा है हमारा धरम’ को ध्येय वाक्य बनाते हुए निःस्वार्थ सेवा संस्था ने शहर में सेवा की अनूठी मिसाल पेश की है, संस्था सदस्यों ने दवा बाजार में काम करने वाले एक चौकीदार की तबीयत बिगड़ने की खबर लगने पर जांच कराई और जब उसे कैंसर निकला तो उसका इंदौर में ऑपरेशन भी करवाया। संस्था की निःस्वार्थ सेवा सफल हुई और आज गरीब चौकीदार ने कैंसर से लड़ाई जीत ली और अपने काम पर लौट आया। 
भागीरथ पाटीदार उज्जैन दवा बाज़ार में चौकीदारी करते हैं तथा इनकी सैलरी मात्र पाँच हज़ार रुपए है। कुछ दिनों पहले ’निस्वार्थ सेवा संस्था’ को पता चला इनकी तबीयत ठीक नहीं हैं और कैंसर की संभावना लगी तो संस्था ने तुरंत  आरडी गारडी हॉस्पिटल में एमआरआई करवायी उसमें पता चला कि भागीरथ पाटीदार को प्राइमरी स्टेज पर कैन्सर है। संस्था ने सिविल हॉस्पिटल के कैंसर स्पेस्लीस्ट डॉक्टर त्रिपाठी संपर्क कर उनकी रिपोर्ट बताई। डॉक्टर ने तुरंत चिट्ठी लिख कर इंदौर एमवाय हॉस्पिटल में डॉक्टर से बात की और वहां ऑपरेशन का बोला। संस्था ने भागीरथ पाटीदार को वहां भेजने की व्यवस्था की और कैंसर का ऑपरेशन करवाया अब वे पूरी तरह स्वस्थ हैं। अब भागीरथ पाटीदार अपने काम पर आ गए हैं संस्था ने इंदौर के चिकित्सकों के साथ महत्वपूर्ण सहयोग करने वाले डॉ. त्रिपाठी को धन्यवाद प्रेषित किया है। सोमवार को निःस्वार्थ सेवा संस्था की टीम भागीरथ पाटीदार से मिली, उनका स्वास्थ्य पूछा और उनको पौधा भेंट किया। पाटीदार ने भी पर्यावरण के प्रति जागरूकता दिखाते हुए तुरंत वो पोधा रोपित किया तथा उसे पेड़ बनाने का संकल्प लिया। इस दौरान रवि धिंग, आदित्य जैन, विवेक पाठक, आदिश जैन, हूसेन काग़ज़ी, सीपी जोशी, यतिश जाट, तूफ़ान मालवीय, मनीष राव, रुद्राक्ष तिवारी, राजेश अश्विनि, यतेंद्र शर्मा आदि मौजूद रहे।

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