15 नदियों के जल से किया बाबा महाकाल का जलाभिषेक
केदारनाथ से सायकल से यात्रा कर उज्जैन पहुंचे बाबू यादव ने किया मां क्षिप्रा का दुग्धाभिषेक-चामुंडा चौराहे से यात्रा के रूप में पहुंचे बाबा महाकाल के दरबार
उज्जैन। जनकल्याण, पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने हेतु हिमालय में केदारनाथ से सायकल यात्रा पर निकले उज्जैन के युवा ऋषभ बाबू यादव 21 जून को उज्जैन पहुंचे। सुबह 9 बजे उज्जैन पहुंचे बाबू यादव ने त्रिवेणी संगम पर मां क्षिप्रा का दुग्धाभिषेक किया। यहां से चामुंडा चौराहे पहुंचे तथा यात्रा के रूप में बाबा महाकाल के दरबार में पहुंचे जहां केदारनाथ से उज्जैन के बीच में पड़ने वाली 15 नदियों के जल से बाबा महाकाल का अभिषेक किया तथा विश्व कल्याण एवं देशभर में अच्छी बारिश की कामना की।
ऋषभ यादव ने बताया कि केदारनाथ में उपर अलखनंदा और मंदाकिनी नदी का जल लेकर नीचे गौरीकुंड से जल लिया। यहीं स्थित सोनगंगा नदी, देवप्रयाग से यमुनोत्री, गंगौत्री और भागीरथी का जल, हरिद्वार से हर की पौढ़ी से जल लिया, मथुरा से यमुना, मध्यप्रदेश में चंबल नदी, पार्वती का जल लिया। उज्जैन पहुंचकर बाबू यादव ने त्रिवेणी स्थित मां क्षिप्रा का जलाभिषेक किया तथा यहां से नर्मदा, क्षिप्रा, कान्हा और सरस्वती नदी का जल लिया। त्रिवेणी से चामुंडा माता चौराहे पर 11.30 बजे पहुंचे जहां बड़ी संख्या में धर्मप्रेमियों ने बाबू यादव का स्वागत किया। चामुंडा माता मंदिर से यात्रा के रूप में विभिन्न मार्गों से होते हुए महाकाल मंदिर पहुंचे जहां 15 नदियों के जल से बाबा महाकाल का जलाभिषेक किया। महाकाल इंटरनेशनल चौराहा मित्र मंडल के युवा समाज सेवी ऋषभ बाबू यादव ने केदारनाथ से पैदल यात्रा प्रारंभ की तथा 21 किलोमीटर पैदल चलकर सोनप्रयाग पहुंचे यहां से 14 जून की सुबह 9 बजे सायकल से उज्जैन की ओर यात्रा आरंभ की तथा करीब 1250 किलोमीटर की यात्रा पूरी कर 21 जून को उज्जैन पहुंचे। बाबू यादव के साथ उज्जैन से प्रवीण कहार उनके साथ में पूरे समय रहे जो दो पहिया वाहन से उनके साथ जरूरी सामान लेकर चल रहे थे।