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दबाव में जी रहे स्वास्थ्य कर्मचारी, हो रहा मानवाधिकार का हनन



दस्तक अभियान के दौरान राधा पवैया की मौत पर जताया दुख-स्वास्थ्य कर्मियों ने मौन रखकर दी श्रध्दांजलि
उज्जैन। छतरपुर जिले के जैतपुर स्वास्थ्य केंद्र की एएनएम राधा पवैया दस्तक अभियान के दौरान शहीद हो गई। यह पहला मौका नहीं है जब महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं बहुउद्देश्यीय स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ अत्याचार हुआ हो। आए दिन शासन के कार्यक्रम आते हैं और उन सब कार्यों का भार केवल और केवल बहुउद्देश्यीय कर्मचारियों पर डाल दिया जाता है। शासकीय कार्य करने के लिए हम सभी कर्मचारी तत्पर हैं और पूरी निष्ठा से इस कार्य को करते हैं परंतु अधिकारियों द्वारा अनावश्यक दबाव बनाकर अपनी वाहवाही लूटने के लिए सीमा से अधिक कार्य लिया जाता है जो मानवाधिकार हनन के अंतर्गत भी आता है।
उक्त बात बहुउद्देश्यीय स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के कार्यकारी अध्यक्ष एमआर मंसूरी ने सावन भादवा माता मंदिर चामुंडा चौराहा पर कही। एमआर मंसूरी व एसपी अहिरवार के नेतृत्व में एएनएम राधा पवैया को श्रध्दांजलि अर्पित करने हेतु सोमवार शाम 5 बजे श्रध्दांजलि सभा का आयोजन किया गया जिसमें दो मिनिट का मौन रखकर श्रध्दांजलि अर्पित की गई। श्रध्दांजलि सभा में एमआर मंसूरी ने कहा कि कई बार उच्च अधिकारी इस संबंध में संवेदनहीन हो जाते हैं और छोटे कर्मचारियों की स्वास्थ्य समस्याओं और अन्य प्रकार की परेशानियों को अनदेखा कर उनसे 100 प्रतिशत कार्य की अपेक्षा की जाती है। जबकि हमारे संवर्ग को छोड़कर अन्य कोई संवर्ग 100 प्रतिशत कार्य नहीं कर रहा है। कई उप स्वास्थ्य केंद्र तो 5000 की सीमा से अधिकतम जनसंख्या में 8 से 10000 की संख्या पर केवल एक ही एनएम कार्य कर रही है। जबकि नियमानुसार प्रत्येक एनएम को कार्यक्षेत्र 5000 का मिलना चाहिए। उसके बावजूद भी पूर्ण निष्ठा से काम करने वाले कर्मचारियों के साथ इस तरह का अन्याय पूरे प्रदेश में हो रहा है और उसका ही दुष्परिणाम है कि आज राधा पवैया जो कि कोई गंभीर बीमार नहीं थी केवल और केवल मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न के कारण आज अपनी जान खो बैठी और उसके कारण एक पूरा का पूरा परिवार प्रभावित हुआ है। इस दौरान एमआर मंसूरी, एसपी अहिरवार, ओमप्रकाश यादव, अजय परमार, परमानंद कटारिया, ज्योति बोहरे, मीनाक्षी शर्मा, रामकन्या कटारिया, शकुंतला कौशल, वर्षा धवन, शोभा रमण, कविश्री, अंगूरबाला अहिरवार, दुलिता जोशी, सुनीता यादव, ज्योति गोयल, संगीता धनक आदि ने शासन से मांग की कि समयावधि में एएनएम से कार्य लिया जाए। 100 प्रतिशत कार्य की जो अनावश्यक अपेक्षा उच्च अधिकारी करते हैं उस पर रोक लगे। राधा पवैया के परिवार को मध्यप्रदेश शासन संरक्षण प्रदान करते हुए आर्थिक मदद करें और आगे से बहुद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारियों के कार्य के लिए उचित नीति बनाई जाए। ताकि स्वास्थ्य सेवा जैसा पवित्र कार्य करने वाले कर्मचारी अपने कार्य को बिना भय और लक्ष्य पूर्ति के दबाव के कर सकें ताकि इस तरह का परिणाम सामने नहीं आए।

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