सद्भावना से रहना हमारी परंपरा - एएसपी
नई पहल नई सोच का चौथा सद्भावना ईद मिलन समारोह
उज्जैन। सिवइयों की मिठास की तरह हमारे राष्ट्र के लोग हैं सद्भावना से रहना हमारी परंपरा है। गुलदस्ते में जो फूल होते हैं उसी तरीके से हमारे राष्ट्र के लोग और समाज रहते हैं।
उक्त उद्गार एडीशनल एसपी नीरज पांडे ने नई पहल नई सोच के चौथे सद्भावना ईद मिलन समारोह में कही। अध्यक्षता कर रहे शहर काजी खलिकुर्रहमान ने कहा अमन चैन से रहना इंसानियत भलाई और पड़ोसी का पहला हक निभाना यही ईद और दिवाली का पैगाम होता है। संस्था के सय्यद आबिद अली मीर एवं शकेब अख्तर कुरैशी ने बताया पारिवारिक ईद मिलन समारोह में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी मकामी मुशायरा रखा गया था। डॉ. वाजिद कुरेशी, शाहनवाज अज़िमी, जावेद अख्तर की शायरी पर लोगों ने जमकर तालियां बजाई। उज्जैन के ही बाशिंदे जो आजकल दिल्ली में है कवि रंजन निगम, पं. अखिलेश व्यास और युवा कवि तेजस ओम व्यास ने जमकर ठहाके लगाने पर लोगो को मजबूर किया। लोग हंस हंस कर लोटपोट हो गए। इस अवसर पर शिक्षा क्षेत्र में 90 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले अल्मा समीर तथा मो. सोहल नागौरी का सम्मान संस्था के नियाज मो.शेख, एड. इसराइल खान मंसूरी, शाहिद हाशमी, समीर उल हक, कमर अली, प्रो. अतीक खान, ई. हकीम खान, अदील हसन द्वारा ट्राफी प्रदान कर किया गया। अतिथियों का सम्मान शाल श्रीफल से माजिद खान, रफीक गोरी, ज़ुल्फेज़ अली जाफरी, असद अली, अतीक खान, डॉ. आरिफ खान, रियाज खान, निसार एहमद, शाहिद अंसारी, आज़म बेग, शफीक खान, महबूब पठान, खालिद खान, मुशाहिद खान, जाहिद खान, जावेद यजदानी, इमरान शेख, सलीम खान, जावेद हुसैन, अनवर खान, डॉ. गुलरेज बब्बन, रजाक खान, वसीम रजा, डॉ. अकील खान, रफीक मंसुरी, अनवर अंसारी ने किया। संस्था के सीनियर सदस्य डॉ. शाहिद हुसैन, मुंशी खान, एड. आजम बैग, जावेद हुसेन ने पर्यावरण को बढ़ावा देने के लिए संस्था के पर व्यक्ति 4 पौधे लगाने और पॉलिथीन मुक्त उज्जैन बनाने की शपथ दिलाई। आभार महमूद खान पठान ने माना। कार्यक्रम का संचालन शकेब अख्तर कुरैशी ने किया।