पानी नहीं मिलने पर लोगों ने इंदिरानगर टंकी का किया घेराव
उज्जैन। नगर निगम की शहर में एक दिन छोड़कर जलप्रदाय किए जाने की व्यवस्था सप्ताहभर बाद भी सुधर नहीं पा रही है। अब भी कई वार्डों में कम दबाव से जलप्रदाय होने से पानी नहीं मिलने की समस्या बरकरार है। शनिवार को जलप्रदाय के दिन जब वार्ड 3, 4, 6, 16 के लोगों को पानी नहीं मिला तो उन्होंने इंदिरानगर स्थित पानी की टंकी का घेराव कर दिया। नगर निगम के खिलाफ नारेबाजी की। पार्षद राजेश सेठी, पार्षद प्रतिनिधि नासिर खान, पूर्व जोन अध्यक्ष शिवेंद्र तिवारी ने उपयंत्री गायत्रीप्रसाद डेहरिया से सवाल किया तो जवाब संतोषजनक नहीं मिला। पेयजल सप्लाय प्रभारी सहायक यंत्री अतुल तिवारी से कम दबाव से जलप्रदाय की वजह से पूछी तो जवाब मिला कि अगले चरण में व्यवस्था सुधार ली जाएगी।
जब नर्मदा का जल आना था तो चैनल कटिंग कर पैसा खर्च क्यों किया
नर्मदा का जल लाने से पहले शिप्रा नदी में चैनल कटिंग कराने पर विवाद खड़ा हो गया है। लोगों ने अफसरों से सवाल किया कि जब नर्मदा का जल उज्जैन आना ही था तो शिप्रा में पखवाड़े पहले चैनल कटिंग क्यों कराई। क्यों सरकारी पैसा बेजा खर्चा। मालूम हो कि सोमवती अमावस्या (5 जून) के नहान के लिए नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण ने सप्ताहभर पहले ही नर्मदा का 90 एमसीएफटी पानी देवास के शिप्रा बैराज से उज्जैन के लिए छोड़ा था। इसमें से 30 एमसीएफटी पानी ही उज्जैन पहुंच पाया था। बाकी पानी सूखी शिप्रा ही पी गई थी।
सफाई की तरह पेयजल व्यवस्था भी वार्डों में जाकर देखें अफसर
नागरिकों ने कहा कि वार्डों में साफ-सफाई की तरह पेयजल व्यवस्था भी अफसरों को नियमित सुबह भ्रमण कर देखना चाहिए। पता करना चाहिए कि किस वार्ड में पानी आया और नहीं आया। पानी नहीं आने या गंदा पानी आने की वजह क्या रही। समस्या के समाधान स्वरूप स्वयं वार्डों में पानी के टैंकर भिजवाना चाहिए।