जिस जमीन पर कागज पर बगीचा दिखाकर भ्रष्टाचार किया, उसे छुपाने के लिए फिर की न्यायालय की अवमानना
एसपी, थाना प्रभारी को की शिकायत-टाईगिरी बाबा ने कहा मामला न्यायालय में लेकिन भूखंड पर कब्जा करने के लिए बार-बार कर रहे अवहेलना
उज्जैन। नगर निगम के अधिकारियों ने ठेकेदारों के साथ मिलीभगत कर पहले साईनाथ कॉलोनी में 375 वर्ग मीटर के मकान नंबर 39 पर कागजों में बगीचा बताकर लाखों रूपये निकाल लिये जबकि हकीकत में यहां टाईगिरी बाबा हाथीवाले गुरू ज्वालागिरी वर्षों से रह रहे हैं, कुछ समय पूर्व जब बगीचे के नाम पर किये गये भ्रष्टाचार की पोल खुली तो अब अधिकारी उक्त भूखंड पर बगीचा बनाकर अपने पाप धोने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन इस पाप धुलाई में वे न्यायालय की बार-बार अवमानना करने से भी बाज नहीं आ रहे। एक बार फिर उन्होंने न्यायालय की अवमानना की जिसकी शिकायत टाईगिरी बाबा ने एसपी तथा थाना प्रभारी को रविवार को की।
साईनाथ कॉलोनी नाले के पास अलखधाम नगर निवासी टाईगिरी बाबा हाथी वाले गुरू ज्वालागिरी ने पट्टे में प्राप्त साईनाथ कॉलोनी में 375 वर्ग मीटर भूमि भंखंड को लेकर प्रथम अतिरिक्त जिला जज के समक्ष प्रकरण क्रमांक 8/2018 में स्थगन आदेश नगर पालिका निगम के विरूध्द प्राप्त किया था, इस स्थगन आदेश के पश्चात नगर पालिक निगम के विरूध्द न्यायालय की अवमानना का वाद भी न्यायालय में प्रस्तुत कर रखा है जो विचाराधीन है। टाईगिरी बाबा ने बताया कि उक्त कार्यवाही व स्थगन के विचाराधीन रहते हुए नगर निगम के कर्मचारी व पार्षद विजयसिंह दरबार के द्वारा अवैधानिक रूप से मेरे स्वामित्व एवं आधिपत्य के भूखंड पर कब्जा करने का निरंतर प्रयास किया जा रहा है तथा रविवार को वादग्रस्त भूखंड पर नगर पालिका निगम के कर्मचारियों द्वारा गाड़ी भरकर झूले आदि लाकर रख दिये तथा लगाने का प्रयास किया, जो न्यायालय की अवमानना की श्रेणी में आता है। जब मैने मना किया तो मेरे साथ गाली गलौच व लड़ाई झगड़ा किया जा रहा है। एसपी तथा थाना प्रभारी से शिकायत में बाबा ने कहा मैं एक 75 वर्षीय बुजुर्ग व्यक्ति हूं तथा कई बीमारियों से ग्रसित हूं। उक्त लोग अवैधानिक रूप से अवैधानिक कार्यवाही कर जान से मारने की धौंस दे रहे हैं। बाबा ने बताया कि जिस भूमि पर मैं वर्षों से निवास कर रहा हूं वहां पार्षद तथा अधिकारियों ने ठेकेदारों के साथ मिलीभगत कर कागजों में बगीचा दर्शा दिया और कई बार लाखों रूपये यहां बगीचे में सुधार, निर्माण, जीर्णोध्दार के नाम पर निकाल लिये, लेकिन हकीकत में यहां कभी कोई बगीचा बना ही नहीं, कुछ समय पूर्व इनका भ्रष्टाचार सामने आया तो यह मेरे स्वामित्व की जमीन पर जबरिया बगीचा दिखाकर खुद के भ्रष्टाचार को छुपाना चाहते हैं। बाबा ने एसपी तथा थाना प्रभारी से मांग की कि दोषियों के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की जाकर मुझे जान माल की सुरक्षा प्रदान की जाए।