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लाखों भक्त हुए शाकाहारी



देश भक्ति बड़ी चीज है, नियमों का पालन करें-संत उमाकान्त जी महाराज
उज्जैन। हम तो सभी को यही समझाते है कि देश की संपत्ति को अपना समझे आंदोलन, तोड़फोड़, धरना, घेराव से देश और देश की संपत्ति का नुकसान होता है। इसलिए ये सब कभी ना करें। कर्मचारियों और अधिकारियों का सम्मान करें। नियमों का पालन करें ये जितने सतसंगी दूर-दूर से बस या ट्रैन से आये है यहां, सब टिकट लेकर नियम से आये है और यही हमारी सीख है। देश भक्ति बड़ी चीज है।
बाबा जयगुरुदेव जी महाराज के सप्तम भंडारे की सबसे विशेष बात यह रही कि इन तीन दिनों में महाराज जी ने अपने सतसंग से लाखों लोगों को जीवों पर दया करने का पाठ पढ़ाया और वो भी इतनी गहराई से की लाखों लाख लोग बाबा के वचनों से प्रभावित होकर हमेशा-हमेशा के लिए शाकाहारी और नशा मुक्त बन गए। जो आज देश और दुनिया मे एक मिसाल बन गया है। महाराज जी के सानिध्य में मनाए जा रहे इस भंडारा महोत्सव में ना केवल भारत बल्कि अमेरिका, दुबई, ओमान, कतर, सिंगापुर, मलेशिया, इंग्लैंड, हांगकांग, श्रीलंका इत्यादि देशों से भी अनगिनत लोग आए। सब एक साथ एक मैदान पर साथ मे रहे, भोजन किया, सतसंग सुना, महाराज जी के दर्शन, पूजन में एक साथ रहे। ना कोई अमीर ना कोई गरीब बस हर जगह एक ही पहचान जयगुरुदेव। महाराज जी ने सतसंग में फरमाया हमारे आश्रम में संगत में विशुद्ध समाजवाद है कोई भेदभाव नहीं। भंडारे का नज़ारा ऐसा है जो देखता है वो यही कहता है कि उज्जैन में महाराज जी ने जयगुरुदेव शहर बसा दिया है।
भंडारे का पूजन जारी
सतसंग के पश्चात महाराज जी ने जयगुरुदेव मंदिर पर जाकर बाबा जयगुरुदेव जी की पूजा की उसके बाद भक्तगण कतारों में पूरे अनुशासन और भक्ति के साथ पूजन करने लगे। लाखों भक्तो की मौजूदगी के कारण शुक्रवार रात से शुरू हुई ये पूजा शनिवार को भी जारी रही। कई लाइनों में लग कर भक्तगण प्रशाद ले रहे है।
125 से ज्यादा भोजन भंडारों में है टेस्ट ऑफ इंडिया
महाराज जी द्वारा मनाए जा रहे इस भंडारे में देश विदेश से आये लाखों भक्तों के भोजन-नाश्ते के लिए 125 से ज्यादा भोजन भण्डारे चल रहे है। जो 24 घंटे आनेवाले भक्तों के लिए भोजन बनाने, परोसने, बर्तन धोने की व्यवस्था में सेवा करते रहते है। इतनी गर्मी के बावजूद इतने प्रेम से भोजन बनाना और खिलाना ये दर्शाता है कि महाराज जी के सेवा करने के वाक्य को भक्तों ने कितनी शिद्दत से आत्मसात किया है हर राज्य हर प्रान्त के स्वाद यहां भक्तों को मिल रहा है।
चाक चौबंद व्यवस्था 
स्वच्छता, सुरक्षा, चिकित्सा, पूछताछ, विदेशी संगत, शौचालय, जल आपूर्ति, गाड़ियों की जानकारी, इत्यादि अनेक विभागों के द्वारा महाराज जी के भक्तों द्वारा इस भंडारे की व्यवस्था सम्हाली जा रही है। सेवादार ही भक्त, भक्त ही सेवादार इस भावना के साथ हर भक्त अपने काम मे लगा है जिससे किसी भी प्रकार की अव्यवस्था ना हो। ये एक सीख है कि छोटे-छोटे आयोजनों में जहाँ भारी अव्यवस्था देखने को मिलती है वही बाबा जयगुरुदेव आश्रम में होने वाले हर कार्यक्रम में चाक-चौबंद व्यवस्था महाराज जी की दया और दिशा-निर्देश में होती है।
परिणय और मुंडन संस्कार
इस तीन दिवसीय भंडारे में महाराज जी द्वारा धार्मिक के साथ-साथ सामाजिक कार्य भी करवाये जाते है जैसे दहेज रहित शादियां मुंडन संस्कार, नामकरण इत्यादि इस बार भी महाराज के सानिध्य में सम्पन्न हुए।

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