नदियों को दूषित करने वाले आज के कालिया नाग- पं. व्यास
चरित्र सिखाता है हमारी पुण्य नदियों को हम पवित्र रखें-श्रीमद् भागवत कथा में गोवर्धन नाथ का पूजन कर लगाया छप्पन भोग
उज्जैन। जो आज नदियों को गंदा करते हैं दूषित करते हैं वह आज के स्वयं कालिया नाग हैं। भगवान कृष्ण ने भी यमुना जी को पवित्र किया साफ किया। अतः चरित्र सिखाता है हमारी पुण्य नदियों को हम पवित्र रखें।
उक्त बात श्रीमद् भागवत कथा में यमुना विषैली होने पर कालिया मर्दन की कथा का सुंदर वर्णन करते हुए पं. सुनील कृष्ण व्यास बेरछा मंडी वालों ने कही। संजय नगर नानाखेड़ा में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के पांचवे दिन श्री गोवर्धन नाथ भगवान को छप्पन भोग लगाया गया। छप्पन भोग के पहले भगवान बाल कृष्ण की बाल लीलाओं का सुंदर वर्णन पं. सुनील कृष्ण व्यास बेरछा मंडी वालों ने करते हुए पूतना मोक्ष की कथा को समझाया। जो पवित्र नहीं है ऐसी पूतना का भी भगवान बालकृष्ण ने उद्धार करके मोक्ष को दिला दिया। आपने कहा गृहस्थ भगवान को गृहस्थी रूपी गाड़ी में अपने सिर पर धारण करता है भगवान उसकी गृहस्थी की गाड़ी को सुचारु चलाते हैं। आपने बताया भगवान ने गोकुल में आकर ब्रिज की रेनू ब्रज की धनु और ब्रज की वेणु तीनों का उद्धार कर दिया। गाय को चराकर भगवान स्वयं गोपाल कृष्ण बने।