एक दिन छोड़कर पानी वह भी मटमैला, कम दबाव से
लोग हो रहे बीमारी-नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र वशिष्ठ ने निगमायुक्त को ज्ञापन सौंपकर शहरवासियों को राहत दिलाने की मांग की
उज्जैन। शहर में व्याप्त पेयजल संकट के दौरान अधिकारी कर्मचारियों द्वारा की जा रही लापरवाही के विरोध में नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र वशिष्ठ ने निगमायुक्त प्रतिभा पाल को ज्ञापन सौंपकर शहरवासियों को राहत प्रदान करने की मांग की।
राजेन्द्र वशिष्ठ ने कहा कि शहर में एक दिन छोड़कर जल प्रदाय का दावा किया जा रहा है किंतु शहर में पानी की टंकियां पूर्ण दबाव से नहीं भरने के कारण शहर के अनेक क्षेत्रों एवं बस्तियों में पर्याप्त मात्रा में रहवासियों को पेयजल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है, वहीं कई क्षेत्रों में गंदा एवं मटमैला तथा कम दबाव से पानी सप्लाय किया जा रहा है जिसके कारण शहर की जनता को पीने के पानी के लिए संघर्षों का सामना करना पड़ रहा है। इसके कारण छोटे बच्चों को डायरिया, हैजा, पीलिया जैसी बीमारियों के फैलने की आशंका बनी हुई है। कई वार्डों में जहां भीषण जल संकट है वहां टेंकरों के माध्यम से भी पानी सप्लाय नहीं किया जा रहा है। शहर के समस्त वार्डों में हैंडपंप स्थापित है इनमें अधिकांश खराब अवस्था में होकर बंद पड़े हुए हैं जिसकी तरफ पीएचई विभाग द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। हैंडपंपों का संधारण कार्य में भी विभाग द्वारा लापरवाही बरतने से पानी की समस्या उत्पन्न हो रही है। पीएचई विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारियों द्वारा तत्परता से कार्य नहीं किया जा रहा है जिसके कारण नागरिकों को पानी के लिए कष्ट उठाना पड़ रहा है। राजेन्द्र वशिष्ठ ने निगमायुक्त को ज्ञापन देकर मांग की कि झोन स्तर पर तत्काल पानी के संबंध में बैठक बुलाकर व्यवस्थाएं सुधारी जाएं, पीएचई विभाग के कंट्रोल रूम को चुस्त दुरूस्त किया जाए। पिछले दिनों जहां ट्यूबवेल पर हाईडेंट लगाये गये थे उन पर पानी की मोटरें लगाकर उनका उपयोग किया जाए। जिन वार्डों के बोरिंग पंपों में अच्छा पानी है, उन पर मोटर पंप डाली जाए। वशिष्ठ ने कहा कि इस संबंध में उचित कार्यवाही की जाए जिससे शहर की जनता को पर्याप्त मात्रा में शुध्द पेयजल प्राप्त हो सके एवं पेयजल संकट से आगामी दिनों में शहर की जनता को परेशान नहीं होना पड़े।