श्रीश्री मौनी बाबा आश्रम पर शहीदों को श्रध्दांजलि
झंडा फहराने वालों की मौत पर राष्ट्रीय शोक, झंडे के लिए मर मिटने वालों के लिए क्यों नहीं- राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रक्षामंत्री को संत सुमनभाई ने लिखा पत्र, सैनिकों की शहादत पर राष्ट्रीय शोक की मांग
शहीद के परिजनों को मौनी बाबा आश्रम की ओर से देंगे एक लाख, कर्मचारियों ने दिया एक दिन का वेतन
उज्जैन। गंगाघाट स्थित श्री श्री मौनी बाबा आश्रम पर शनिवार को संत सुमन भाई के सानिध्य में आश्रम के बटुक ब्राह्मणों एवं विद्यालय के स्टाफ ने पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर आश्रम के पूरे स्टाफ ने अपना 1 दिन का वेतन एवं आश्रम के पीठाधीश्वर संत सुमन भाई ने आश्रम की ओर से शहीदों के परिवार के लिए 1 लाख का चेक कलेक्टर को देने की घोषणा की।
आश्रम के जनसंपर्क अधिकारी दीपक राजवानी ने बताया कि संत सुमनभाई ने भारत के रक्षा मंत्री, प्रधानमंत्री एवं राष्ट्रपति को एक पत्र लिखकर मांग की है कि राष्ट्र के प्रति शहीद हुए जवानों की शहादत के लिए देश में 1 दिन का शोक घोषित होना चाहिए। आपने कहा जो केवल झंडा फहराते है वे सामान्य मौत भी मृत हो जाएं तो उनके सम्मान में झंडा झुकता है लेकिन जो झंडे की खातिर अपना बलिदान देता है उसके लिए झंडा नही झुकता। जो झंडे के लिए ही जीता है और इस झंडे के लिए मरता है उसके लिए एक दिन का राष्ट्रीय शोक तो होना चाहिए। संत सुमनभाई ने आमजन से आव्हान किया कि हम सब एक-एक पोस्टकार्ड देश के राष्ट्रपति, रक्षामंत्री और प्रधानमंत्री को लिखें, एक अभियान चले, देश का हर नागरिक बोले कि देश की झंडे के मान सम्मान के लिए अपनी आहूति देने वाले सैनिक के लिए भी यह झंडा झुके। आश्रम में श्री श्री मौनी बाबा की समाधि स्थल पर समस्त स्टाफ एवं बटुकों ने 2 मिनट का मौन रखकर देश के वीर जवानों को श्रद्धांजलि दी एवं उनके परिवार वालों को दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करने के लिए परम पिता परमेश्वर से प्रार्थना की।