3 हजार से अधिक लोगों ने नवकार मंत्र जाप कर की शहीदों की आत्मशांति के लिए प्रार्थना
व्यक्ति जब तक त्याग का महत्व नहीं समझता, त्यागी होने के लिए पुरूषार्थ नहीं कर सकता- आचार्यश्री
उज्जैन। व्यक्ति जब तक त्याग का महत्व नहीं समझता तब तक त्यागी होने के लिए पुरूषार्थ नहीं कर सकता। उज्जयिनी नगरी धन्य है जहां पर पूर्व काल से आज तक अनेको लोग त्याग मार्ग पर आगे बढ़ रहे है। सौभाग्य की बात है कि इसी धरा पर 16 फरवरी को एक मुमुक्षु को दीक्षा का शुभ मुहूर्त प्रदान किया जाएगा और 18 फरवरी को दो मुमुक्षु को संघस्थ जीवन प्रदान किया जाएगा।
उक्त बात श्री अवंति पार्श्वनार्थ तीर्थ प्रतिष्ठा समारोह हेतु बसी अवंति नगरी के वाराणसी नगर में आयोजित धर्मसभा में आचार्य जिनमणिप्रभ सूरिश्वरजी मसा ने सभी को परमात्मा पार्श्वनाथ की जीवन कथा से सीख लेने हेतु प्रेरित करते हुए कही। आपने कहा कि यह अवंति तीर्थ आज से 2100 वर्ष पहले हुए इसी उज्जयिनी के अवंति सुकुमाल के पुत्र के द्वारा बनाया गया तीर्थ है। अवंति सुकुमाल के जीवन की घटना एवं अवंति पार्श्वनाथ भगवान का महत्व बताते हुए बताया कि इसी नगरी में आचार्य सिध्दसेन दिवाकर सूरि महाराज ने कल्याण मंदिर स्त्रोत की रचना के द्वारा अवंति पार्श्वनाथ परमात्मा को प्रकट किया था जिसकी सेवा पूजा वर्षा से सभी श्रावक श्राविका करते आ रहे हैं। अवंती तीर्थ प्रतिष्ठा महोत्सव समिति के संयोजक कुशलराज गोलेछा के अनुसार धर्मसभा के पूर्व खरतरगच्छाधिपति आचार्य जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी मसा ने आंतकवादी हमले में शहीद भारत देश के वीर जवानों की आत्म शांति हेतु उपस्थित समाज के करीब 3 हजार लोगों से 12 नवकार मंत्र का जाप करवाया साथ ही आतंकियों को सद्बुध्दि देने की ईश्वर से कामना की। 15 फरवरी को दोपहर में गांव सांझ का कार्यक्रम हुआ जिसमें पूरे गांव की महिलाएं एकत्रित हुई तथा परमात्मा की भक्ति कर समस्त विश्व कल्याण और शांति की कामना की। इसके पूर्व प्रातः 6 बजे जन्म कल्याणक विधान, 9 बजे जन्म कल्याणक महोत्सव, छप्पन दिक्कुमारी महोत्सव, इन्द्रासन कंपन सुघोषा घंट वादन, इन्द्र महोत्सव, मेरू पर्वत पर 250 अभिषेक हुआ। दोपहर में श्री नाकोड़ा भैरव महापूजन हुआ तथा सांय 7 बजे आंगी भक्ति रोशनी (मंदिरजी) हुई। तत्पश्चात रात्रि 8 बजे से भक्ति संध्या में राजस्थान संगीतरत्न वैभव बाग़मार बालोतरा, ग़ज़ल गायक भूपत भावुक, गायिका झरना वोरा अहमदाबाद सुमधुर गीतों की प्रस्तुति दी। प्रतिष्ठा प्रचार समिति के रितेश जैन एवं तरूण डागा ने बताया कि आज 16 फरवरी को प्रातः 6 बजे परमात्मा के अठारह अभिषेक, ध्वजदंड कलशादि अभिषेक होंगे। प्रातः 9 बजे प्रियंवदा दासी द्वारा बधाई, नाम स्थापना, पाठशाला लगेगी। दोपहर 2 बजे परमात्मा का विवाह, मामेरा, राज्याभिषेक नवलोकान्तिक देवों का आगमन तथा प्रार्थना होगी। वहीं दादा गुरूदेव का अभिषेक, देव अभिषेक, देवी अभिषेक, स्वर्णकलश अभिषेक, प्रासाद अभिषेक होंगे। सांय 7ः30 बजे आंगी भक्ति रोशनी (मंदिरजी) की तथा रात्रि 8 बजे से भक्ति संध्या एवं दीक्षार्थी अभिनन्दन समारोह प्रारंभ होगा। जिसमें संगीतसम्राट राजीव विजयवर्गीय जयपुर, गुजराती गरबा गायिका अस्मिता शाह, जग्गु जोंडिस डांसर प्रस्तुति देंगे। महोत्सव में 17 फरवरी को परमात्मा व दीक्षा कल्याणक का भव्य वरघोड़ा, प्रतिष्ठा संबंधित ध्वजा, कलश व विराजमान की बोलिया, 18 फरवरी को परमात्मा की भव्य प्रतिष्ठा एवं भगवति दीक्षा समारोह तथा 19 फरवरी को मंदिर का द्वार उद्घाटन होगा। श्री अवंति पार्श्वनार्थ तीर्थ, जैन श्वे. मूर्तिपूजक मारवाड़ी समाज ट्रस्ट, श्री अवंति पार्श्वनार्थ तीर्थ प्रतिष्ठा महोत्सव समिति ने समस्त आयोजनों में समाजजनों से अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर धर्मलाभ लेने का अनुरोध किया है।