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जैविक खेती के प्रति किसानों को प्रेरित किया जाए- कलेक्टर


    उज्जैन । शुक्रवार को कलेक्टर श्री शशांक मिश्र की अध्यक्षता में जिला स्तरीय तकनीकी समिति की बैठक कलेक्टर महोदय के कक्ष में आयोजित की गई। बैठक में वर्ष 2019-20 में उज्जैन जिले में बोई जाने वाली खरीफ और रबी की विभिन्न फसलों के लिए ऋणमान निर्धारण पर विचार-विमर्श किया गया।

    कलेक्टर श्री शशांक मिश्र ने कहा कि जैविक खेती का एक बड़े क्लस्टर में होना अनिवार्य है, तभी इसके तहत ऋणमान का लाभ किसानों को मिल सकेगा। किसानों को जैविक खेती के लिए अधिक से अधिक प्रेरित किया जाए, इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए, इसके अलावा किसानों के साथ जैविक खेती पर आधारित कार्यशाला भी आने वाले समय में आयोजित की जाए। इसमें जिले के किसानों और प्रमाणिकरण करने वालों को सम्मिलित किया जाए। जैविक खेती के लिए कुछ किसान और क्षेत्र चिन्हित किये जाएं। जो किसान जैविक खेती का लाभ ले रहें है, वहां की सोसायटी निर्धारित की जाए। ऐसे किसान अन्य किसानों को भी जैविक खेती के लिए प्रेरित करें।  

    उद्यानिकी फसलों में पारंपरिक गुलाब की फसल के स्थान पर कुछ अन्य सजावटी फूल जैसे ग्लेड्यूलस और रजनीगंधा की फसल लिए जाने पर भी विचार-विमर्श किया गया। कलेक्टर श्री मिश्र ने कहा कि इन फूलों की शैल्फ-लाईफ अधिक होती है इसलिए ये फूल एक अच्छा विकल्प बन सकते हैं। औषधीय पौधों में तुलसी की पैदावार अधिक होती है।

    बैठक में सर्वसम्मति से सोयाबीन के लिए ऋणमान 47 हजार रूपए प्रति हैक्टेयर, गेहूं के लिए 47 हजार रूपए प्रति हैक्टेयर, चने के लिए 47 हजार रूपए प्रति हैक्टेयर, लहसुन के लिए 85 हजार रूपए प्रति हैक्टेयर, आलू के लिए 63 हजार 50 रूपए प्रति हैक्टेयर, प्याज के लिए 63 हजार 100 रूपए प्रति हैक्टेयर, साग-सब्जी के लिए 25 हजार रूपए प्रति हैक्टेयर, और मसूर के लिए 30 हजार रूपए प्रति हैक्टेयर निर्धारित किया गया। इसी प्रकार उद्यानिकी फसलों में आम के लिए 42 हजार 400 रूपए प्रति हैक्टेयर, संतरा के लिए 81 हजार 900 रूपए प्रति हैक्टेयर तथा अमरूद के लिए बढ़ाकर 70 हजार रूपए प्रति हैक्टेयर ऋणमान निर्धारित किया गया। बैठक में पशुपालन और मत्स्य पालन को भी समिति में जोड़े जाने पर चर्चा की गई। इस दौरान अध्यक्ष श्री किशन सिंह भटोल, एलडीएम श्री अरूण कुमार गुप्ता, डीडीएम नाबार्ड श्री दीपक घोरपड़े, उप संचालक कृषि श्री सी एल केवड़ा, उप संचालक उद्यानिकी श्री पी एस कनेल, सीईओ को-ऑपरेटिव श्री खरे एवं अन्य अधिकारीगण मौजूद थे।

 

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