प्रामाणिक और सचरित्र व्यक्ति ही विश्व का नेतृत्व करेंगे
देव संस्कृति वि. वि. की छात्राओं को दी विदाई, 12 जनवरी से 9 फरवरी तक छात्राओं ने दिए 33 प्रजेंटेशन
उज्जैन। प्रामाणिक और सचरित्र व्यक्तियों की टकसाल देव संस्कृति विश्व विद्यालय है। इससे निकलने वाले विद्यार्थियों पर देश की नजर है। अगले दिनों इसी तरह के प्रामाणिक और सचरित्र व्यक्ति ही विश्व का नेतृत्व करेंगे।
यह बात गायत्री शक्तिपीठ उज्जैन के उपक्षोन समन्वयक राकेश कुमार गुप्ता ने देव संस्कृति विश्व विद्यालय से आईं छात्राओं की विदाई के अवसर पर अपने आशीर्वचन में कही। देव संस्कृति के संवाहक के रुप में प्रशिक्षण के लिए आई देव संस्कृति वि. वि. हरिद्वार की तीन छात्राओं श्रृतु श्रीवास्तव, श्रेया अवस्थी, तनुजा आना को शनिवार को गायत्री शक्तिपीठ पर नगर की परम्परानुसार भगवान महाकालेश्वर का चित्र भेंट कर विदाई दी गई। 12 जनवरी से 9 फरवरी तक के अपने प्रवास काल में छात्राओं ने 33 प्रजेंटेशन दिए। जो उज्जैन, महिदपुर, नागदा, तराना के बिभिन्न महाविद्यालयों, विद्यालयों, छात्रावासों, महिला मण्डलों में आयोजित हुए। इन संस्थानों के संचालकों ने बताया कि छात्राओं के प्रजेंटेशन से हमारे विद्यार्थियों में सकारात्मक सोच बड़ी है, परीक्षा में सफल होने के टिप्स भी मिले। विदाई के अवसर पर छात्रा श्रेया अवस्थी ने उज्जैन की साफ सफाई की प्रशंसा करते हुए कहा कि हम भी अपने परिसर को स्वच्छ रखने का संकल्प यहां से लेकर जा रहे हैं।
बोध दिवस पर पं श्रीराम शर्मा आचार्य को देंगे संकल्पित श्रद्धांजलि
प्रचार प्रसार सेवक देवेन्द्र श्रीवास्तव के अनुसार बसंत पंचमी रविवार 10 फरवरी को गायत्री शक्तिपीठ पर युग ऋषि वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पं. श्रीराम शर्मा आचार्य जी के बोध दिवस (आध्यात्मिक जन्मदिन) पर सुबह 8 से 9 बजे तक सजल श्रद्धा-प्रखर प्रज्ञा का पूजन अभिषेक होगा। बंसत पंचमी 1926 के दिन ही आचार्य जी को 15 बर्ष की उम्र में पूजन के दीपक में उनके पिछले तीन जन्मों के मार्गदर्शक हिमालय निवासी श्री सर्वेश्वरानंद जी महाराज के दर्शन हुए थे। वही दीपक आज भी शांतिकुज्ज हरिद्वार में आलोकित है। यहाँ पर सुबह 9 बजे से 9 कुण्डीय गायत्री यज्ञ और संस्कार होंगे। दीक्षा संस्कार ठीक 10 बजे प्रारंभ होगा। इच्छुक श्रृद्धालु समय के पहले जरूर पहुंचे।