अभी से प्रारम्भ कर दें लोकसभा निर्वाचन की तैयारियां प्रशिक्षण पर दें विशेष ध्यान
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री कान्ता राव ने बैठक में अधिकारियों को दिए निर्देश
उज्जैन । उज्जैन संभाग के सभी जिलों में अभी से लोकसभा निर्वाचन की तैयारियां कलेण्डर अनुसार प्रारम्भ कर दें। निर्वाचन के लिए नोडल अधिकारी बनाए जा चुके हैं, वे उन्हें दिए हुए दायित्वों को समयबद्ध तरीके से कुशलतापूर्वक निर्वाचन आयोग के निर्देश अनुसार सम्पादित करें। नोडल अधिकारी अपने विभाग से सम्बन्धित निर्वाचन कार्य की समस्त जानकारी हर समय तैयार रखें। निर्वाचन सम्बन्धी विभिन्न कार्यों के प्रशिक्षण पर विशेष ध्यान दिया जाए। समय-समय पर राज्य स्तर से भी मास्टर ट्रेनर्स भिजवाए जाएंगे। निर्वाचन कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही न करें।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री व्ही.एल.कान्ता राव ने आज गुरूवार को अपने उज्जैन प्रवास के दौरान मेला कार्यालय में सम्पन्न निर्वाचन सम्बन्धी बैठक में ये निर्देश दिए। बैठक में संभागायुक्त श्री अजीत कुमार, आईजी श्री राकेश गुप्ता, कलेक्टर श्री शशांक मिश्र, निगमायुक्त सुश्री प्रतिभा पाल सहित सभी नोडल अधिकारी एवं अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।
कुल 14 लाख 26 हजार मतदाता
बैठक में कलेक्टर श्री शशांक मिश्र ने पॉवर पाइन्ट प्रजेंटेशन के माध्यम से लोकसभा निर्वाचन की तैयारियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 26 दिसम्बर 2018 को प्रकाशित मतदाता सूची अनुसार उज्जैन जिले में कुल 14 लाख 26 हजार 230 मतदाता हैं। जिले की कुल जनसंख्या में मतदाताओं का प्रतिशत 64.86 है।
36 हजार नये वोटर्स जुड़े
कलेक्टर ने बताया कि जिले में इस बार कुल 36 हजार नये वोटर्स जुड़े हैं, जिनमें से 26 हजार 600 वोटर्स को फोटो मतदाता परिचय-पत्र वितरित कर दिए गए हैं, शेष को शीघ्र ही कर दिए जाएंगे। इस पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने निर्देश दिए कि मतदाताओं को एसएमएस के माध्यम से ये सूचना दी जाए कि उनके वोटर कार्ड बन गए हैं तथा सम्बन्धित बीएलओ के पास हैं। इस सम्बन्ध में एक तिथि भी निर्धारित की जाए, जिस दिनांक तक सभी को अपने मतदाता परिचय पत्र मिल जाएंगे। परिचय पत्र न मिलने पर मतदाता नियंत्रण कक्ष 1950 पर फोन कर सकते हैं।
इस बार होंगे 1814 मतदान केन्द्र
कलेक्टर ने बताया कि विधानसभा निर्वाचन में जिले में 1777 मतदान केन्द्र बनाए गए थे, लोकसभा निर्वाचन के लिए इनमें वृद्धि की गई है। अब जिले में 1814 मतदान केन्द्रों पर लोकसभा निर्वाचन के अन्तर्गत मतदान होगा। सभी मतदान केन्द्रों पर पानी, फर्नीचर, बिजली, शौचालय आदि की व्यवस्था है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने निर्देश दिए कि जिन-जिन मतदान केन्द्रों पर इनकी अस्थाई व्यवस्था की गई है, वहां सम्बन्धित विभाग के माध्यम से स्थाई व्यवस्था कराई जाए।
70 प्रतिशत दिव्यांगजनों ने मतदान किया
बैठक में बताया गया कि उज्जैन जिले में गत विधानसभा निर्वाचन में 70 प्रतिशत दिव्यांगजनों ने मतदान किया। विधानसभा निर्वाचन के अन्तर्गत जिले में कुल 6552 दिव्यांग मतदाता थे, जिनके लिए 1252 बूथ चिन्हित किए गए थे। बताया गया कि सुगम पोर्टल के माध्यम से दिव्यांगजन, वरिष्ठजन, गर्भवती एवं धात्री महिलाएं ऑनलाइन मतदान केन्द्र के लिए प्रवेश-पत्र बना सकते हैं, जिसके माध्यम से वे बिना लाइन में लगे मतदान कर सकते हैं। कलेक्टर ने बताया कि ऐसे प्रवेश-पत्र बनाने की ऑफलाइन व्यवस्था भी की जा रही है।
39 नोडल अधिकारी, 19790 कर्मचारी
बताया गया कि लोकसभा निर्वाचन के विभिन्न कार्यों के लिए जिले में कुल 39 नोडल अधिकारी बनाए गए हैं। निर्वाचन कार्य में कुल 19790 कर्मचारी लगेंगे। इनमें 259 सहायक नोडल अधिकारी, 168 सेक्टर अधिकारी, 8708 पोलिंग पार्टी, 388 माइक्रो ऑब्जर्वर, 89 मास्टर ट्रेनर, 175 डॉक्टर, 11 ऑब्जर्वर तथा 1814 बीएलओ एवं अन्य शामिल होंगे। इसके अलावा पुलिस बल एवं विशेष पुलिस अधिकारी होंगे।
सम्पत्ति विरूपण रोकथाम की कार्रवाई करें
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने निगमायुक्त एवं नोडल अधिकारी को निर्देश दिए कि जिले में सम्पत्ति विरूपण रोकने की अभी से प्रभावी कार्रवाई की जाए। अनधिकृत रूप से लगाए गए पोस्टर, बैनर्स आदि तुरन्त हटाए जाएं। सम्पत्ति विरूपित करने पर प्रकरण बनाए जाएं।
7 वल्नरेबल क्षेत्र
बैठक में बताया गया कि जिले में लोकसभा निर्वाचन के लिए 7 वल्नरेबल क्षेत्र चिन्हांकित किए गए हैं, जिनमें 2 शहरी एवं 5 ग्रामीण क्षेत्र हैं। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने निर्देश दिए कि आबकारी विभाग के साथ ही पुलिस विभाग भी अवैध शराब की रोकथाम के लिए जिले में प्रभावी कार्रवाई करे। पुलिस स्वप्रेरणा से शराब पकड़े। बताया गया कि जिले में कुल शस्त्रों में से 70 प्रतिशत शस्त्र अभी विधानसभा निर्वाचन के समय से ही थानों में जमा हैं। शेष को जमा कराने की कार्रवाई समय अनुसार की जाएगी।