top header advertisement
Home - उज्जैन << मोक्षदायिनी शिप्रा का श्रृंगार, गोवंश का आदर्श पालन, दुष्कर्ममुक्त भारत हमारे जीवन का लक्ष्य- आचार्य सत्यम्

मोक्षदायिनी शिप्रा का श्रृंगार, गोवंश का आदर्श पालन, दुष्कर्ममुक्त भारत हमारे जीवन का लक्ष्य- आचार्य सत्यम्



उज्जैन। मालव रक्षा अनुष्ठान के संयोजक आचार्य सत्यम् का आमरण अनशन मोक्षदायिनी शिप्रा के तट नृसिंह घाट पर सातवें दिन भी जारी है और न्याय प्राप्ति तक जारी रहेगा। 
अनुष्ठान के सचिव कालूराम प्रजापति ने बताया कि अनशनरत् आचार्य सत्यम् ने कहा कि हमारे सिंहस्थ संकल्प 2016 तथा शिप्रा रक्षा एवं श्रृंगार सम्मेलन 2012 के संकल्पों को हम इसी जन्म में पूरा करेंगे। मालवा की गंगा को भारत की आदर्श नदी बनाने का हमारा घोषित संकल्प है। शिवराज सरकार को हमने शिप्रा का परिक्रमा पथ न बनने पर सरकार का निर्गम पथ बनाने की चेतावनी दी थी। अब कमलनाथ सरकार यदि शिप्रा के उद्गम से चम्बल में संगम तक नदी के दोनों किनारों पर मनरेगा तथा जन सहयोग से उद्यानिकीकरण तथा पर्यटन और रोजगार को बढ़ावा देने के लिए परिक्रमा पथ का निर्माण नहीं करेगी तथा हमारी अन्य स्वीकृत मांगों जो संप्रग सरकार द्वारा स्वीकृत तथा राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) और सर्वोच्च न्यायालय द्वारा आदेशित तथा संयुक्त राष्ट्र संघ के संकल्पों के अनुरूप, उन्हें पूरा नहीं करेगी तो उसका भी वही हश्र होगा। उज्जयिनी में अंतर्राष्ट्रीय ख्याति के गो विज्ञान एवं पर्यावरण प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना के साथ ही हमारा लक्ष्य और भीष्म प्रतिज्ञा है कि हम मालवांचल को ज़हरमुक्त कर जैविक खेती के माध्यम से कई वर्तमान समस्याओं का समाधान करेंगे, मालवांचल की सभी नदियों को सदानीरा बनाकर ज़हरमुक्त कर भगवती गंगा एवं यमुना में मिल रहे ज़हर को हम हर कीमत पर रोकेंगे। मालव रक्षा अनुष्ठान हमारी मातृभूमि को सुजलाम् सुफलाम्, मलयज शीतलाम् और शस्य श्यामलाम् बनाकर उसे सुखदाम् वरदाम् स्वरूप में लाने के लिए संकल्पित हैं। 

Leave a reply