अभा ब्राह्मण समाज ने गठित की उज्जैन उत्तर, दक्षिण की कार्यकारिणी
ब्राह्मण संगठन का गठन उज्जैन के सभी वार्डों में करेंगे- हर ब्राह्मण परिवार के घर के बाहर जय परशुराम की नेम प्लेट लगाई जाएगी-घर-घर संपर्क अभियान चलाया जाएगा
उज्जैन। अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज द्वारा समाज की गतिविधि को आगे बढ़ाने की दृष्टि से उज्जैन उत्तर तथा उज्जैन दक्षिण की कार्यकारिणी का गठन किया गया।
रविवार को दक्षिण की बैठक आयोजित की गई जिसमें दक्षिण अध्यक्ष पद पर पं. अजय (मनोज) रावत एवं उज्जैन उत्तर अध्यक्ष पद पर पं. राकेश तिवारी को मनोनीत किया गया। अभा ब्राह्मण समाज के संगठन महामंत्री रामेश्वर दुबे द्वारा यह घोषणा की गई। साथ ही महामंत्री के पद पर पं. सुयोग शास्त्री, उपाध्यक्ष पद पर पं. विनोद जोशी, संभागीय मीडिया प्रभारी एवं प्रवक्ता पत्रकार अर्पण शर्मा, संभागीय महामंत्री पं. आशीष उपाध्याय, वार्ड अध्यक्ष के रूप में वार्ड 54 के अध्यक्ष पं. संजय त्रिवेदी, वार्ड 41 के पं. अजयशंकर तिवारी, वार्ड 40 पं. साधना जोशी, वार्ड 48 के पं. उज्जवल जोशी आदि पदाधिकारियों की घोषणा की गई। बैठक में मुख्य अतिथि अध्यक्ष पं. सुरेन्द्र चतुर्वेदी, संरक्षक रवि शुक्ला, तरूण उपाध्याय, निशा त्रिपाठी, प्रेरणा मनाना, अंजना शुक्ला, ममता मिश्रा, अपेक्षा शुक्ला, जेपी हरदेनिया, कौशिकजी, कार्यालय मंत्री शैलेन्द्र द्विवेदी उपस्थित रहे। उक्त बैठक को संबोधित करते हुए महामंत्री रामेश्वर दुबे ने बताया कि हम ब्राह्मण संगठन का गठन उज्जैन के सभी वार्डों में जाकर करेंगे। साथ ही हर ब्राह्मण परिवार के घर के बाहर जय परशुराम की नेम प्लेट भी लगाई जाएगी तथा घर-घर संपर्क अभियान चलाया जाएगा। ब्राह्मण समाज राष्ट्रवाद एवं भारत को विश्व गुरू कैसे बने उस पर भी विचार मंथन करेगा। आगामी गठन में हम सेवानिवृत्त कर्मचारी अधिकारी प्रकोष्ठ, सांस्कृतिक प्रकोष्ठ एवं विधि प्रकोष्ठ का गठन करेंगे। बैठक में 6 फरवरी को होने वाले यज्ञोपवित संस्कार में अधिक से अधिक समाजजन विप्र बंधु शामिल हो इसका आव्हान भी किया गया। साथ ही निर्णय लिया कि गोपाल मंदिर चौराहे से निकलने वाले बटुकों के चल समारोह का स्वागत मंच लगाकर किया जाएगा। बैठक में प्रधानमंत्री द्वारा 10 प्रतिशत सवर्ण आरक्षण देने का भी स्वागत किया गया। उक्त बैठक में अतिथियों ने भी संबोधित किया। बैठक में प्रमुख रूप से पं.सुरेशचंद्र, मुकेश दुबे, प्रेम मिश्रा, पवन मिश्रा, अजेन्द्र त्रिवेदी, राकेश पंड्या, पल्लवी जोशी, लता शर्मा, प्रेमनारायण उपाध्याय, संतोष जोशी, ज्ञानस्वरूप उपाध्याय, संजय जोशी, पंड्याजी, पं. सूरज जोशी, त्रिपाठीजी आदि विप्रजन प्रमुख रूप से मौजूद रहे। संचालन पं. अजयशंकर तिवारी ने किया एवं आभार पं प्रेमनारायण उपाध्याय ने माना।