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देशभर से आए श्रेष्ठ ज्योतिषियों को दिए मिलेनियम अवार्ड



ज्योतिष महासम्मेलन में बताया कैंसर एसं डायबिटिज जैसे रोगों का ज्योतिषिय निराकरण 
उज्जैन। मां शारदा ज्योषिधाम अनुसंधान संस्थानम् द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय ज्योतिष वास्तु महासम्मेलन एवं ज्योतिष मेले में दूसरे दिन शनिवार को ‘पंचांग में फैली दुविधा एवं भ्रांतियां, सूर्य सिध्दांत एवं अन्य ग्रहों के अंतर और गणना’ पर चर्चा हुई। साथ ही कैंसर एवं डायबिटिज औषधी चिकित्सा एवं ज्योतिषिय निराकरण विषय पर ज्योतिषियों ने संबोधित किया। शाम को देशभर से आए 400 ज्योतिषियों में से 50 ज्योतिषियों को मिलेनियम अवार्ड से सम्मानित किया गया साथ ही भजन संध्या का आयोजन हुआ। 
आयोजक दिनेश गुरूजी, महासम्मेलन संयोजक पं. योगेन्द्र महंत, महासम्मेलन अध्यक्ष आनंद शर्मा (भाया) एवं संगीता शर्मा ने बताया कि फाजलपुरा पुलिस लाईन के सामने स्थित होटल अविका में 19वां अंतरराष्ट्रीय ज्योतिष वास्तु महासम्मेलन एवं ज्योतिष मेले में दूसरे दिन डॉ. अरूण बंसल दिल्ली, वैदिकजी इंदौर, जयेश दवे अहमदाबाद ने कार्यशाला को संबोधित किया। इनके अलावा ज्योतिष जगत के नितीन गोठी मुंबई, डॉ. सतीश उपाध्याय औरंगाबाद, चंद्रकांत शिववालय पूने, भारती गुप्ता जालंधर, भोलानाथ द्विवेदी जालंधर, चेलानीजी बड़ौदा एवं अन्य विभिन्न विद्वानों ने भाग लिया। द्वितीय सत्र कैंसर एवं डायबिटिज चिकित्सा एवं ज्योतिष निराकरण पर केन्द्रीत था। संचालन पं. हिरेन्द्र शुक्ला ने किया। परामर्शदाता अपेक्षा शुक्ला, सम्मेलन महासचिव सीता शर्मा, अंजू परमार एवं संरक्षक अर्चना सरमंडल ने बताया कि परामर्श सत्र में अंगूठे की रेखाएं देखकर ज्योतिष परामर्श देने वाले हेमंत श्रीवास्तव अनूपपुर मध्यप्रदेश और पैर की रेखाएं देखकर उपचार बताने वाले गीतानंद उत्तरप्रदेश, बसोराज कर्नाटक ने परामर्श दिया। अंतिम सत्र महिला शक्ति को समर्पित रहा। पं. हिरेन्द्र शुक्ला ने संचालन किया। इस अवसर पर मुख्य संरक्षक पं. श्रीराम शर्मा बाबा ट्रेवल्स, महासम्मेलन महिला संयोजक नंदिनी जोशी, प्रभा बैरागी, रेखा मेहता, ज्योतिषाचार्य मितेश मालवीय, सम्मेलन महासचिव आशीष कनेरिया, महासम्मेलन उपाध्यक्ष पं. दिलरेश व्यास, सम्मेलन महासचिव पं. गौरव तिवारी राजपुरोहित, आभा पारिख, डॉ. प्रियंका चौबे, गुड्डू महाराज, किरण शर्मा, मंजूला जैन, डॉ. विशाल शुक्ल, रोहित वर्मा, एस. जोशी, अमृतेष त्रिवेदी, वंदना घाटिया, निधी शुक्ला, इंदिरा त्रिवेदी, ममता मिश्रा, पल्लवी शर्मा, टीना जोशी, लक्ष्मण सिंह, भोलानाथ द्विवेदी, मोहनलाल द्विवेदी आदि मौजूद रहे।
अंतिम दिन आज 3 फरवरी रविवार को सुबह 9 बजे से पंजीयन प्रारंभ होंगे। पंचम सत्र सुबह 11 से दोपहर 1 बजे तक वास्तु शास्त्र का मानव जीवन पर प्रभाव विषय पर होगा। इसी समय में षष्ठम सत्र अंक शास्त्र विषय पर होगा। सप्तम सत्र दोपहर 1 से 2 बजे तक वैवाहिक जीव व हस्तरेखा विषय पर होगा। दोपहर 2 से 3 बजे तक जनता को फ्री मार्गदर्शन दिया जाएगा। वहीं शाम 4 बजे से टेरो कार्ड एवं यंत्र, मंत्र का मानव जीवन का प्रभाव समापन समारोह एवं विद्वानों का सम्मान किया जाएगा। 

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