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राजस्व कॉलोनी में आवारा कुत्तों का आतंक,30 लोगों को बना चुके शिकार रहवासी जी रहे दहशत में


शिकायत के बाद भी नहीं हो रही कार्रवाई
उज्जैन। शहर के पॉश इलाके राजस्व कॉलोनी में आवारा कुत्तों का आतंक है, यहां रहने तथा आने जाने वाले करीब 30 लोगों को हाल ही में कुत्तों ने अपना शिकार बनाया है। कई बार नगर निगम में शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिसके कारण महिलाएं तथा बच्चों के साथ यहां के रहवासी दहशत में जी रहे हैं तथा शाम से सुबह तक यहां से गुजरने की बजाए अपना रास्ता बदलकर जाने को मजबूर हैं। 
राजस्व कॉलोनी की अंजना शुक्ला के अनुसार कुत्तों का आतंक इस कदर है कि महिलाएं रात्रि में दहशत में रहती हैं, दो पहिया वाहन से निकलते ही कुत्ते पीछे पड़ जाते हैं। बच्चों को लाना ले जाना, घर के काम से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। राजस्व कॉलोनी स्थित पीएचई की पानी की टंकी और पोस्ट ऑफिस के सामने से आने जाने में कुत्तों के डर के कारण निकल ही नहीं पाते। भार्गव हार्ट क्लिनीक से पानी की टंकी तक दोपहिया, पैदल गुजरने वाले करीब 30 लोगों को कुत्ते काट चुके हैं।
ससुर को अस्पताल ले जाते समय बहू को शिकार बनाया कुत्तों ने
राजस्व कॉलोनी में रहने वाले संतोष जैन की पिछले दिनों तबीयत बिगड़ गई। उन्हें एम्बूलेंस में रवाना कर उनकी बहू नूतन जैन एम्बूलेंस के पीछे अपने दोपहिया वाहन से अस्पताल की ओर निकली तो रास्ते में ही आवारा कुत्ते उनके पीछे पड़ गए। उनसे बचने के चक्कर में नूतन जैन गाड़ी से गिर गई और बुरी तरह घायल हो गईं। बमुश्किल कुत्तों से बच पाई। 
मॉर्निंग वॉक पर कुत्तों ने काटा
अंजना शुक्ला ने बताया कि सुबह सवेरे सफाई करने वाली एक महिला को कुत्ते ने इतनी बुरी तरह काटा की उसके पैर का मांस निकाल लिया। अंजना ने बताया कि सप्ताहभर पूर्व कुत्तों ने उन्हें भी शिकार बनाया। वे जब मॉर्निंग वॉक कर रही थीं तब एक कुत्ते ने पीछे से आकर उनका पैर मुंह में भर लिया और बुरी तरह काट लिया। अब तक वे कुत्ते काटने के इंजेक्शन लगवा रही हें। 
कुत्तों के गले में बांध दिये पट्टे
यहां आवारा घूमने वाले कुत्तों का डेरा पानी की टंकी के नीचे तथा पोस्ट ऑफिस में है। यहां कुछ असामाजिक तत्वों ने आवारा कुत्तों के गले में पट्टे बांध दिये हैं। वहीं शाम को कुछ लोग उन्हें टोस बिस्किट भी खिलाते हैं। उनकी दया समस्त राजस्व कॉलोनी वासियों और यहां से गुजरने वालों के लिए अभिशाप बन रही है। दूसरी ओर पुलिस तथा नगर निगम को शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही। 
बिना भौंके, चुपचाप पैर पकड़ रहे कुत्ते
यहां रहने वाले आवारा कुत्ते शिकारी और वहशी हो गए हैं, वे किसी पर भोंकने की बजाय कई बार पीछे से चुपचाप आकर पैर भर लेते हैं। जिससे व्यक्ति उनसे भाग भी नहीं पाता। सुबह 7 बजे से स्कूल जाने वाली बच्चियों के पीछे भी यह कुत्ते पड़ते हैं। यहीं रहने वाली मोनिका जैन तथा पूजा जैन ने बताया कि उनके पीछे कई बार कुत्ते पड़ गए हैं, कभी दौड़कर तो कभी अपना रास्ता बदलकर खुद को बचाना पड़ता है। राजस्व कॉलोनी के रहवासियों ने कॉलोनी को आवारा कुत्तों से मुक्त करने की मांग की है। 

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