बीच बचाव करने जाना भारी पड़ा, पुलिस ने 307 में मामला दर्ज किया
परिजनों ने एसपी से मिलकर कहा यदि ऐसा हुआ तो कोई किसी की जान नहीं बचाएगा
उज्जैन। 13 जनवरी की रात करीब 10 बजे छत्रीचौक पानी की टंकी के नीचे हुई मारपीट के मामले में खाराकुआ थाना पुलिस ने लाला परिवार के दबाव में उन लोगों पर भी प्रकरण दर्ज कर लिया जो बीच बचाव में पहुंचे थे। प्रकरण दर्ज होने के बाद परिजन एसपी से मिले तथा मामले की निष्पक्ष जांच करते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
13 जनवरी की रात शादाब पिता शब्बीर अपने चौपहिया वाहन से छत्रीचौक टंकी के नीचे पहुंचा था तभी लाला परिवार के करीब 7 से 8 लोग वहां पहुंचे और उसके साथ मारपीट करने लगे। वहीं पास में चाय की दुकान पर चाय पी रहे मुजफ्फर हेला, गब्बर और अमजल ने शादाब को बुरी तरह पीट रहे लाला परिवार के लोगों से उसे बचाने की कोशिश की। इस बीच बचाव में मुजफ्फर के हाथ में भी चाकू लगा और उसे निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। मुजफ्फर ने बताया कि लाला परिवार के लोग इतने आक्रोशित थे कि उन्होंने शादाब को मारने के बाद उसकी गाड़ी में भी तोड़फोड़ कर दी थी। शादाब ने भी खाराकुआ पुलिस को बयान दर्ज कराए उसमें कहा कि यदि तीनों उसे नहीं बचाते तो उसकी जान भी जा सकती थी। लेकिन रात में ही लाला परिवार के साथ उनके समर्थकों ने खाराकुआ थाने का घेराव किया और उनके दबाव में सभी पर पुलिस ने 307 का मामला दर्ज कर लिया। प्रकरण दर्ज होने की जानकारी लगने के बाद घायल के परिजन एसपी से मिले तथा कहा कि जो लोग बीच बचाव करने गए थे उन्हीं के खिलाफ प्रकरण दर्ज हो गया, यदि ऐसा हुआ तो कभी कोई किसी को बचाने भी नहीं जाएगा। एसपी ने भी मामले में जांच के बाद निष्पक्ष कार्रवाई का आश्वासन दिया।