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देवगौड़ा के साथ ही नाथ भी कामदार के टारगेट पर, बचना हो तो महाकालेश्वर और योगेश्वर की शरण में आओ


 
विश्व रिकॉर्डधारी सिक्किम के मुख्यमंत्री का अनुसरण करो- आचार्य सत्यम
उज्जैन। कर्नाटक और मध्यप्रदेश की विपक्षी सरकारें कामदार सुल्ताद ए हिंद के निशाने पर आ चुकी हैं। बैंगलुर में बैठे पूर्व सुल्तान ए हिंद बाबा हरदनहल्ली अपने पुत्र को बचाने में सक्षम हैं लेकिन कमनपाथ को तो केवल भूतनाथ और महाभारत के महानायक योगेश्वर श्रीकृष्ण ही बचा सकते हैं। शिवराज विरोधी आंधी में बाबा की नगरी कांग्रेस मुक्त क्यों रही अैर राहुल ब्रिगेड की पंगु सरकार क्यों बनी, क्या राहुल बाबा को अभी तक यह बात समझ में नहीं आई है। 
उपरोक्त आशय का वक्तव्य मालव रक्षा अनुष्ठान के संयोजक आचार्य सत्यम ने प्रसारित कर चेतावनी दी कि यदि कमलनाथ अपनी बैसाखी सरकार को चौड़ी छाती के सुल्तान और उनके कलयुगी थैली शाह चाणक्य के षड़यंत्र से बचाना चाहते हैं, तो उन्हें मृत्युंजय महाकालेश्वर और योगेश्वर की शरण में आना ही होगा। धरतीपुत्रों और लाखों बेकार युवाओं को चुनावी रसगुल्ले बांटने में हस्तिनापुर के शासक नाथ से बहुत आगे हैं। उनका मुकाबला बैंड बाजे के साथ वंदे मातरम गाने से भी नहीं होगा। भारत माता को जहर से मुक्त कर गाय और गंगा के संरक्षण के साथ ही देवभूमि भारत को नारी उत्पीड़न के कलंक से मुक्त करना होगा। संयुक्त राष्ट्र संघ ने नकली रामभक्त और राष्ट्रभक्त सुल्तान के मुंह पर पिछले वर्ष करारा थप्पड़ हस्तिनापुर को भी मासूम कन्याओं पर दुष्कर्म के मामलों में विश्व में स्वर्ण पदक पाने के लिए जड़ा था और सिक्किम के राष्ट्रभक्त मुख्यमंत्री ने अपने राज्य को विश्व का प्रथम जैविक खेती वाला राज्य होने के आधार पर स्वर्ण पदक राष्ट्र संघ से पिछले वर्ष ही प्राप्त किया था। आचार्य सत्यम ने संयुक्त राष्ट्र संघ के खाद्य एवं कृषि संगठन का परिपत्र कमलनाथ को प्रेषित करते हुए आगाह किया कि हमारे गाय-गंगा-गौरी और वसुंधरा के पर्यावरण के संरक्षण के अनुष्ठान को सफल बनाकर ही कमलनाथ अपनी सरकार को बचा सकते हैं। 

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