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9 दिवसीय विक्रमोत्सव में आएंगे देश के प्रख्यात विचारक एवं कला संस्कृति के कलाकार



संस्था नवसंवत नवविचार की बैठक में लिया निर्णय-6 से 13 अप्रैल तक होगा आयोजन
उज्जैन। संस्था नवसंवत नवविचार द्वारा नववर्ष प्रतिपदा गुड़ी पड़वा से संवत् प्रवर्तक सम्राट विक्रमादित्य की स्मृति में नवसंवत् 2076 के आगमन पर 6 अप्रैल से 13 अप्रैल तक आयोजित किये जाने वाले 22वें 9 दिवसीय अखिल भारतीय विक्रमोत्सव के संकल्प खंड, कला खंड एवं विचार खंड के कार्यक्रमों की अंतिम रूपरेखा निर्धारित करने के लिए मकर संक्रांति पर बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें देश के प्रख्यात विचारकों तथा कला संस्कृति के कलाकारों को आमंत्रित करने का निर्णय लिया गया। 
सचिव डॉ. दिनेश जैन के अनुसार संस्था नवसंवत् नवविचार की अखिल भारतीय विक्रमोत्सव की आयोजन समिति की बैठक संस्था अध्यक्ष डॉ. योगेश शर्मा तथा संस्थापक अध्यक्ष विक्रम विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. रामराजेश मिश्र की उपस्थिति में सांदीपनि महाविद्यालय के सभागार में आयोजित की गई। बैठक के प्रारंभ में संस्था के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. रामराजेश मिश्र ने आयोजन की भूमिका प्रस्तुत करते हुए बताया कि नववर्ष विक्रम संवत् के आगमन पर संस्था द्वारा सम्राट विक्रमादित्य के नवरत्नों पर आधारित विद्वानों की पृष्ठभूमि में नवविचारों को सामने रखती है। इसी परिप्रेक्ष्य में यह वर्ष विभिन्न भाषाओं के संरक्षण के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जा रहा है। अतः संस्था द्वारा इस वर्ष आयोजित किया जाने वाला आयोजन ‘विविध वाक् वर्ष’ के रूप में मनाया जाएगा। बैठक में तय किया गया कि संकल्प खंड के अंतर्गत ज्योतिषाचार्य पं. आनंदशंकर व्यास के सानिध्य में 6 अप्रैल को विक्रम संवत् 2076 के आगमन पर प्रातः 6.27 बजे संस्था के साथ नववर्ष आयोजन समिति के समवेत क्षिप्रा तट पर सूर्य को अर्ध्य दिया जाएगा। इसके पश्चात महावीर कीर्ति स्तंभ फव्वारा चौक से गोपाल मंदिर तक इंद्रध्वज एवं संकल्प यात्रा निकाली जाएगी और गोपाल मंदिर पर विक्रम एवं हेमाद्रि संकल्प के साथ इंद्रध्वज एवं गुड़ी का आरोहण किया जाएगा। 
विविध भाषी भाषायी अंकित प्रमाणों की लगेगी प्रदर्शनी 
बैठक में तय किया गया कि कलाखंड के अंतर्गत कालिदास संस्कृत अकादमी में विविध भाषी भाषायी अंकित प्रमाणों की प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी। साथ ही नईदिल्ली की इंदुराव की संस्कृत साहित्य के चित्रों एवं मुकेश बिजौले के लोकशैली चित्रांकन की नुमाईश की जाएगी। 
देश की इन हस्तियों के नाम पर बनी सहमति
बैठक में विचारखंड के अंतर्गत पत्रकार रवीश कुमार एनडीटीवी, किशोर राजवानी जीन्यूज, इतिहास विद् डॉ. रहमान अली भोपाल, डॉ. बहादुरसिंह परमार बुंदेलखंड, न्यायमूर्ति रोहित आर्य और विवेक रूसिया, जैन संत म.सा. अभय भैय्या, साहित्यकार डॉ. अशोक वाजपेयी, लोकमत समाचार पत्र समूह के एडिटर इनचीफ राजेन्द्र दर्डा, मराठी साहित्य अकेदमी भोपाल की नृत्य नाटिका गीत रामायण पद्मश्री प्रहलाद टीपाणिया के लोक गायन, गायक लखवीरसिंह लक्खा एवं विविध वाक् वर्तन में कवि संपत खराड़े व शायर डाबर मेहता की जुगलबंदी एवं नृत्य में गोंडकर्मा ढांडल लोकनृत्य, गुदुम्बबाजा, डगर शैली, अध्दाधुन व पाटिया नृत्य एवं राजेन्द्र वास वृंदावन के गौसंवर्धन के कार्यक्रमों को निर्धारित किया जाकर सहमति प्रदान की गई। 
बैठक में यह रहे उपस्थित
बैठक में म.प्र. बार कौंसिल सदस्य प्रताप मेहता, पूर्व जनसंपर्क अधिकारी चंदर सोनाने, कांग्रेस नेता गौरीशंकर वर्मा, सतत अध्ययनशाला के हेड डॉ. बृजेन्द्रसिंह चौहान, महावीर चिंतन परिषद के अध्यक्ष शांतिकुमार कासलीवाल, कालिदस अकादमी की कार्यवाहक निदेशिका प्रतिभा दवे, विक्रम वि.वि. के डॉ. विश्वजीत परमार, डॉ. संदीप नागर, अनिल बारोड़, सांदीपनि महावि़द्यालय ट्रस्ट के सचिव पं. मनीष शर्मा, ओ.पी. शर्मा, शिवनारायण शर्मा, जगदीश दादा, सुरेश वर्मा, सुशील जैन आदि उपस्थित थे। संचालन एवं आभार संस्था सचिव डॉ. दिनेश जैन ने माना।

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