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आधुनिक रंगमंच परंपरा के प्रारंभिक संवाहक थे प्रो. नवीन डेविड


 
नवीन निमेष का सारस्वती आयोजन संपन्न
उज्जैन। प्रो. नवीन डेविड उज्जैन की आधुनिक रंगमंच परंपरा के प्रारंभिक संवाहक के रूप में हमेशा याद किये जाएंगे। वे श्रेष्ठ शिक्षक के साथ सृजनशील रंगकर्मी रहे। माधव कॉलेज के सात सुमन वर्षों में उन्होंने स्वयं अभिनय किया तथा उज्जैन में रंगमंच की एक नई पीढ़ी को रंगमंच का पाठ पढ़ाया। 
यह उद्गार वरिष्ठ कला समीक्षक अशोक वक्त ने प्रो. नवीन डेविड की जयंती पर आस्था समाज रचना सेवा अनुसंधान संस्थान द्वारा सांदीपनि महाविद्यालय में आयोजित नवीन निमेष कार्यक्रम में विषय प्रवर्तन करते हुए व्यक्त किये। मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ समाजसेवी एवं कवियत्री डॉ. पुष्पा चौरसिया ने कहा कि प्रो. नवीन डेविड विलक्षण प्रतिभा के धनी थे। उन्होंने अपने व्यक्तित्व को आदर्श बनाया तथा विद्यार्थियों की अंतर्निहित क्षमता को संवारने और निखारने का कार्य बखूबी किया। लेखक एवं व्यंग्यकार डॉ. पिलकेन्द्र अरोरा ने कहा कि प्रो. डेविड एक क्रांतिकारी शिक्षक के साथ प्रतिभा संपन्न कलाकार भी थे। उनकी कक्षाओं में बैठकर विद्यार्थी केवल किताबी ज्ञान ही नहीं लेता था बल्कि जीवन को शुध्दता के साथ स्वतंत्र जीना भी सीखता था। नवीन निमेष कार्यक्रम में वरिष्ठ रंगकर्मी डॉ. हरीश पाठक को नवीन रंगश्री सम्मान 2019 से सम्मानित किया गया। डॉ. हरीशकुमार सिंह ने सम्मान पत्र का वाचन किया। वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. प्रमोद त्रिवेदी ने आव्हान किया कि डॉ. हरीश पाठक को एक बार पुनः रंगमंच पर अवतरित होना चाहिये। वे साहित्यकार के रूप में प्रतिष्ठित होने से पहले श्रेष्ठ अभिनेता रहे हैं। कार्यक्रम में डॉ. देवेन्द्र जोश्ज्ञी ने हिंदी के प्रख्यात कवि शमशेर बहादुर सिंह के प्रति जयंती दिवस पर आदरांजलि प्रस्तुत की और कहा कि 1981 से 1984 तक उज्जैन के प्रेमचंद सृजनपीठ में विक्रम परिसर में रहकर उन्होंने उज्जैन के साहित्यिक गौरव में श्री वृध्दि की। इस अवसर पर नवीन रंगश्री सम्मान 2019 से सम्मानित डॉ. हरीश पाठक ने अपनी रंगकर्म यात्रा के संस्मरणों को साझा करते हुए डॉ. सुमन एवं माधव कॉलेज के स्वर्णिम दिनों को याद किया। डॉ. दीपेन्द्र रघुवंशी ने कहा कि कार्यक्रम को ह मसोशल मीडिया के द्वारा बड़े केनवास पर उतारेंगे। अध्यक्षता करते हुए शिवसिंह रघुवंशी ने प्रो. डेविड को नमन किया तथा डॉ. हरीश पाठक को शुभकामनाएं दी तथा कहा कि आस्था संस्था प्रतिवर्ष नवीन डेविड स्मृति आयोजन करती है यह हम सबके लिए प्रेरणादायी है। आरंभ में अतिथियों का स्वागत डॉ. जफर महमूद एवं रंगकर्मी सूर्यदेव आलोहन ने किया। संचालन डॉ. पांखुरी जोशी ने किया आभार राजेश गंधरा ने माना। इस अवसर पर माधव साईंस कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अर्पण भारद्वाज, रंगकर्मी शरद शर्मा, सुविज्ञ पाठक, श्रीमती पाठक, अर्पित जैन आदि उपस्थित थे। 

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