मकर सक्रांति सहित विभिन्न पर्व स्नानों के लिए नर्मदा का पानी शिप्रा में लाने हेतु निरंतर कार्य किया जाए
बहुत जरूरी होने पर ही गम्भीर का पानी स्नान के लिए लिया जाए, मुख्य सचिव ने ली अधिकारियों की बैठक
उज्जैन । मुख्य सचिव श्री सुधीर रंजन मोहंती ने कहा है कि न केवल मकर सक्रांति बल्कि विभिन्न स्नान पर्वों के लिए नर्मदा का पानी शिप्रा में प्रभावित किया जाएगा। इसके लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं समय पूर्व कर ली जाए। इस मामले में किसी भी तरह की लापरवाही ना की जाए। मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि जिला प्रशासन गंभीर के पानी की चोरी रोकने के लिए कार्यवाही करे । घाटों पर साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए। किसी भी प्रकार की फिसलन ना हो। उन्होंने कहा कि बहुत ज्यादा आवश्यकता होने पर ही गंभीर का पानी शिप्रा में छोड़ा जाए। मुख्य सचिव ने गंभीर का पानी पूर्ण रूप से उज्जैन शहर की पेयजल व्यवस्था के लिए आरक्षित रखने के निर्देश दिए। बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री आर. एस. जुलानिया, श्री रजनीश वैश्य, प्रमुख सचिव श्री संजय शुक्ला, श्री प्रमोद अग्रवाल, श्री विवेक अग्रवाल, संभागायुक्त श्री अजीत कुमार, पुलिस महानिरीक्षक श्री राकेश गुप्ता, कलेक्टर शशांक मिश्रा, पुलिस अधीक्षक श्री सचिन अतुलकर, नगर निगम आयुक्त सुश्री प्रतिभा पाल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री संदीप जी. आर. सहित विभिन्न विभागीय अधिकारी मौजूद थे ।
बैठक में कलेक्टर श्री शशांक मिश्रा ने पावरप्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से मकर सक्रांति पर्व एवं अन्य पर्वों पर ही जाने वाली व्यवस्था के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मकर सक्रांति पर अनुमानत: 25000 श्रद्धालुओं के उज्जैन आने की उम्मीद है। यह श्रद्धालु विभिन्न घाटों के साथ साथ प्रमुख रूप से रामघाट एवं दत्त अखाड़ा पर स्नान करेंगे । उन्होंने बताया कि उज्जैन शहर की जल प्रबंध व्यवस्था गंभीर डेम, साहब खेड़ी टैंक, उंडासा , शिप्रा बैराज से की जाती है। वर्तमान में गंभीर नदी में 1267 एमसीएफटी पानी उपलब्ध है। मकर सक्रांति के लिए गम्भीर डेम से मात्र 7 एमसीएफटी पानी भूखी माता एवं रामघाट के स्टॉप डेम में छोड़ा गया है। कलेक्टर ने बताया कि नर्मदा का एक एमसीएम जल 13 जनवरी की शाम तक त्रिवेणी तक पहुंच जाएगा। बैठक में पुलिस महानिरीक्षक श्री राकेश गुप्ता ने सुरक्षा व्यवस्था के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मकर सक्रांति पर्व पर जल प्रबंधन, सुरक्षा, आपदा राहत यातायात आदि की व्यवस्था की जा रही है। सीसीटीवी, सुरक्षा उपकरण सहित कुल 680 पुलिसकर्मियों की डयूटी घाटों एवं महाकाल मंदिर के आसपास लगाई जा रही है। पुलिस महानिरीक्षक ने कहा कि घाटों पर पर्याप्त बैरिकेडिंग, लाइफ गार्ड, बोट्स, होमगार्ड्स, इमरजेंसी लाइट एवं सार्वजनिक घोषणा की व्यवस्था की गई है। राम घाट पर अस्थाई कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है। सुरक्षा व्यवस्था के पर्यवेक्षण के लिए दो अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक 4 पुलिस अधीक्षक एवं आरटीआई की तैनाती की गई है।