मकर संक्रान्ति पर्व पर प्रशासन की ओर से घाटों पर माकूल इंतजाम किये गये
आज रात 12 बजे पानी छोड़ा जायेगा, प्रमुख सचिव द्वारा मकर संक्रान्ति पर्व स्नान पर जल प्रबंधन की समीक्षा की गई
उज्जैन | शनिवार को मध्य प्रदेश शासन के प्रमुख सचिव श्रम श्री संजय दुबे द्वारा मकर संक्रान्ति पर्व स्नान पर जल प्रबंधन की समीक्षा हेतु बृहस्पति भवन में बैठक आयोजित की गई। बैठक में संभागायुक्त श्री अजीत कुमार, आईजी श्री राकेश गुप्ता, कलेक्टर श्री शशांक मिश्रा, एसपी श्री सचिन अतुलकर, सीईओ जिला पंचायत श्री संदीप जीआर, नगर निगम आयुक्त सुश्री प्रतिभा पाल एवं सम्बन्धित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
बैठक में आगामी मकर संक्रान्ति पर्व पर श्रद्धालुओं के स्नान हेतु जल प्रबंधन की स्थिति की जानकारी पॉवर पाइन्ट प्रजेंटेशन के माध्यम से दी गई। प्रमुख सचिव श्री दुबे ने अधिकारियों से पूछा कि वर्तमान में घाटों पर जल स्तर की स्थिति क्या है। स्तर को मेंटेन करने के लिये क्या कार्यवाही की जा रही है। सभी घाटों पर पर्याप्त जल हो, इसके लिये कितने घंटे पहले पानी छोड़ा जायेगा और उसे त्रिवेणी तथा अन्य घाट पहुंचने में कितना समय लगेगा। जल के नियंत्रण के लिये मशीनरी और गेट्स की स्थिति की भी समीक्षा प्रमुख सचिव द्वारा की गई। बैठक में जानकारी दी गई कि मकर संक्रान्ति पर्व पर जिला प्रशासन की ओर से घाटों पर सभी माकूल इंतजाम कर लिये गये हैं।
प्रमुख सचिव ने निर्देश दिये कि पर्व स्नान पर प्रशासन की ओर से की जाने वाली व्यवस्थाओं के बारे में उज्जैन के आसपास के गांवों में डोंडी पिटवाई जाये। प्रमुख सचिव ने जल प्रदाय की मैपिंग और प्लानिंग की भी समीक्षा की।
बैठक में जानकारी दी गई कि देवास से त्रिवेणी की दूरी लगभग 63 किमी है। आज रात 12 बजे वहां से पानी छोड़ा जायेगा, जो कि अगले 30 घंटों में घाटों पर पहुंच जायेगा। प्रमुख सचिव ने पानी छोड़ने के बाद उसकी मॉनीटरिंग किये जाने के भी निर्देश दिये। घाटों पर पुलिस द्वारा लगातार पेट्रोलिंग करने के लिये भी कहा गया। प्रमुख सचिव ने निर्देश दिये कि स्नान के दौरान श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इस बात का विशेष ध्यान रखा जाये। बताया गया कि घाटों पर स्नान के लिये फव्वारे भी लगाये गये हैं। प्रमुख सचिव ने फव्वारों में वॉल्व लगाये जाने के निर्देश दिये, ताकि समय और जल की बर्बादी न हो।
प्रमुख सचिव ने स्नान घाटों का निरीक्षण किया
प्रमुख सचिव ने बैठक के पश्चात त्रिवेणी और रामघाट का निरीक्षण किया। प्रमुख सचिव ने निर्देश दिये कि घाटों पर रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था की जाये तथा सीढ़ियों पर जहां भी चिकनाई है, उसे साफ करवाया जाये, ताकि फिसलन की स्थिति उत्पन्न न हो। घाटों पर वाटर लेवल भी मेंटेन किया जाये। इस दौरान संभागायुक्त श्री अजीत कुमार, आईजी श्री राकेश गुप्ता, कलेक्टर श्री शशांक मिश्रा, एसपी श्री सचिन अतुलकर, सीईओ जिला पंचायत श्री संदीप जीआर, नगर निगम आयुक्त सुश्री प्रतिभा पाल एवं सम्बन्धित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।