महाकाल मंदिर में भाजपा राज में हुए भ्रष्टाचारों की जांच की मांग
कमलनाथ के नाम गृहमंत्री को सौंपे ज्ञापन में कैदियों को बाहरी सामान देने पर लगे प्रतिबंध को हटाए जाने की मांग
उज्जैन। श्री महाकालेश्वर मंदिर में भाजपा राज में हुए भ्रष्टाचार की जांच एवं म.प्र. की जेलों में बंद कैदियों को बाहरी खाद्य सामग्री देने पर लगे प्रतिबंध को हटाए जाने की मांग को लेकर शहर जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक भाटी ने एक ज्ञापन मुख्यमंत्री कमलनाथ के नाम गृहमंत्री बाला बच्चन को दिया।
अशोक भाटी ने ज्ञापन में कहा कि श्री महाकालेश्वर मंदिर में भाजपा शासनकाल में अत्यधिक मनमानी, अनियमितताएं, भ्रष्टाचार हुआ है। सिंहस्थ पूर्व कराये गये अधिकांश निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार हुआ। मंदिरों की दीवारें कमजोर होकर नंदी हॉल आदि में पानी टपक रहा है, कई स्थान पर ये क्षतिग्रस्त हो चुकी है। मंदिर में हुए कार्यों की आड़ में प्रदेश में रही भाजपा सरकार और इसके नुमाइंदों द्वारा किये गये भ्रष्टाचार की परिणतिस्वरूप लोकायुक्त में पूर्व प्रशासक जयंत जोशी के विरूध्द प्रकरण दर्ज है, शिकायत में दर्ज भ्रष्टाचार करोड़ों का है। गृहमंत्री बाला बच्चन को ज्ञापन सौंपकर मांग की कि करोड़ों श्रध्दालुओं की आस्था के केन्द्र ज्योतिर्लिंग श्री महाकालेश्वर मंदिर को भाजपाईकरण से मुक्त किया जाकर मंदिर में हुए समस्त विकास कार्यों व भाजपाईकरण की समीक्षा व जांच कर व्यवस्थाएं सुधारी जाएं। अशोक भाटी ने कहा कि माह नवंबर 2016 में म.प्र. की भोपाल जेल से सिमी के आतंकी फरार हुए थे जिसके बाद से तत्कालीन भाजपा सरकार ने प्रदेश की समस्त जेलों में कैदियों को बाहर से खाद्य सामग्री लेने पर प्रतिबंध लगा दिया था। इस तुगलकी आदेश के चलते आज प्रदेश की विभिन्न जेलों में बंद लगभग 35 हजार कैदी नारकीय यातना भोग रहे हैं और इस कारण बीमार होकर असमय काल के गाल में समा रहे हैं। ज्ञापन सौंपकर मांग की कि मध्यप्रदेश की समस्त जेलों में कैदियों के मानवाधिकारों की रक्षा हेतु कैदियों को बाहरी खाद्य सामग्री लेने पर प्रतिबंध हटाया जाए।