आचार्य जिनमणिप्रभ सूरिश्वरजी म.सा. का हुआ अवंति पार्श्वनाथ मंदिर में प्रवेश
अवंति पार्श्वनाथ में होने वाले प्रतिष्ठा महोत्सव की तैयारियों का आचार्यश्री ने किया अवलोकन
उज्जैन। गच्छाधिपति आचार्य भगवंत जिनमणिप्रभ सूरिश्वरजी म.सा. सोमवार को दानीगेट स्थित श्री अवंति पार्श्वनाथ जिन मंदिर पहुंचे। यहां पहुंचकर आचार्यश्री ने अवंति पार्श्वनाथ में होने वाले प्रतिष्ठा महोत्सव की तैयारियों का अवलोकन किया। वहीं दूसरी ओर प्रतिष्ठा महोत्सव में सानिध्य प्रदान करने आने वाले 200 से अधिक साधु साध्वियों ने उज्जैन की ओर विहार प्रारंभ कर दिया है।
तीर्थ श्री अवंति पार्श्वनाथ के मूलनायक परमात्मा का उत्थापन किये बिना गच्छाधिपति आचार्य भगवंत जिनमणिप्रभ सूरिश्वरजी म.सा. की पावन निश्रा व प्रेरणा से जीर्णोध्दार के निमित्त प्रतिष्ठा समारोह 18 फरवरी 2019 को होना है। महोत्सव को लेकर आचार्यश्री सोमवार को खाचरौद से भैरवगढ़ स्थित जैन तीर्थ होते हुए अवंती पार्श्वनाथ पहुंचे। यहां उनकी अगवानी समाजजनों ने की। अवंती तीर्थ प्रतिष्ठा महोत्सव समिति के संयोजक कुशलराज गोलेछा ने बताया कि कार्तिक पांडाल में तैयार हो रहे एक लाख स्क्वेयर फीट में बनने वाले चार डोमो के निर्माण, रानी का बगीचा स्थित पांडाल में 50 बंगाली कारीगरों द्वारा बनाई जा रही थमार्कोल से कलाकृतियों के निर्माण कार्य का आचार्यश्री ने अवलोकन किया। प्रतिष्ठा प्रचार समिति के रितेश जैन ने बताया कि 17 फरवरी 2019 को भव्य रथयात्रा एवं दीक्षा महोत्सव का वरघोड़ा मुमुक्ष शुभम लुक्कड़, मुमुक्ष अंशु देशहलरा का निकलेगा। 18 फरवरी को होने वाले प्रतिष्ठा महोत्सव के साथ ही दो भगवती दीक्षा मुमुक्ष शुभम लुक्कड़, मुमुक्ष अंशु देशहलरा आचार्य श्री जिनमणिप्रभ सूरिश्वरजी म.सा. की निश्रा में होगी। इस अवसर पर मालवा प्रांत के अलावा 10 हजार से अधिक समाजजन सम्मिलित होंगे।