जब सिंधिया ने मोदी को याद दिलाया, एक के बदले 10 सिर का वादा
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा सेक्टर में हुए आतंकी हमले पर विपक्ष ने सरकार को आड़े हाथों लिया है. मंगलवार को लोकसभा में पुलवामा हमले का मुद्दा उठा, तो कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर सवाल खड़े किए.
लोकसभा में सिंधिया ने कहा कि सरकार बार-बार गलती को दोहरा रही है, सीमा पर जवानों की सुरक्षा के लिए कुछ नहीं किया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बात पर चुप क्यों हैं. उन्होंने कहा कि बार-बार सीमा पार से आतंकी इस तरफ घुस रहे हैं, केंद्र सरकार क्या कर रही है.
इस दौरान सिंधिया ने कहा कि जो लोग पहले बातें किया करते थे कि हम एक के बदले दस सिर लाएंगे, पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देंगे. उस वादे का क्या हुआ, अब वो लोग चुप्पी साध कर क्यों बैठे हुए हैं.
सुषमा स्वराज ने दिया था बयान
आपको बता दें कि 8 जनवरी 2013 में जब यूपीए सरकार का शासन था. उस दौरान पाकिस्तान सेना ने भारतीय सेना के लांसनायक हेमराज समेत दो सैनिकों का सिर काट कर ले गए थे. जब इस घटना पर जमकर बवाल हुआ था. तब की विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने इस घटना पर बयान देते हुए कहा था कि भारत सरकार को पाकिस्तान पर कड़ा एक्शन लेना चाहिए. सुषमा ने कहा था कि भारत को एक के बदले पाकिस्तानी सेना के जवानों के 10 सिर लाने चाहिए.
उस दौरान सुषमा के इस बयान पर भी राजनीति तेज हुई थी. 2014 के लोकसभा चुनावों के दौरान भी भारतीय सेना के जवानों के सिर काटे जाने का मुद्दा चुनाव प्रचार का मुद्दा बना था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी रैलियों में कहा था कि पाकिस्तान हमारे जवानों के सिर काट रहा है और सरकार पाकिस्तानी पीएम को चिकन बिरयानी खिला रहे हैं.
आपको बता दें कि साल 2017 के आखिरी दिन जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में बड़ा आतंकी हमला हुआ था. इस आतंकी हमले में 5 जवान शहीद हुए थे, जबकि 3 आतंकियों को मार गिराया गया था. पुलवामा में ये एनकाउंटर करीब 36 घंटे तक चला था. इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद ने ली थी.