BJP संसदीय दल की बैठक में गुजरात-हिमाचल की जीत पर बोलते वक्त भावुक हुए मोदी
गुजरात और हिमाचल प्रदेश में जीत दर्ज कर भारतीय जनता पार्टी के हौसले बुलंद हैं. जल्द ही दोनों राज्यों में नई सरकार का गठन भी हो जाएगा. इस बीच आज बीजेपी की संसदीय दल की बैठक हुई. बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भावुक हो गए. पीएम मोदी ने सांसदों को संबोधित करते हुए अपने पुराने दिनों को याद किया.
गुजरात और हिमाचल की जीत के बारे पर पीएम मोदी ने बताया कि गुजरात में बड़े-बड़े नेता पार्टी छोड़कर चले गए, लेकिन पार्टी मजबूती के साथ खड़ी रही. उन्होंने कहा कि चुनावों में पार्टी कार्यकर्ताओं ने कड़ी मेहनत की है. पीएम मोदी ने अपने भाषण में सभी से साथ रहने का संदेश दिया और सरकार की नीतियों को जनता तक पहुंचाने को कहा.
मोदी ने कहा कि हमें 2019 के चुनावों को मद्देनज़र अपने रूट्स को मजबूत करना होगा, पार्टी को बूथ लेवल पर और भी मजबूत करने की जरूरत है.
बीजेपी अध्यक्ष ने संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री को लड्डू खिला कर जीत की बधाई दी और उनका अभिनंदन किया. इस अवसर पर संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने भी गुजरात और हिमाचल जीत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह का अभिनंदन किया.
बैठक को अमित शाह ने भी संबोधित किया. उन्होंने कहा कि चुनाव में पचास फीसदी से भी अधिक वोट पाना एक बड़ी बात है. कांग्रेस इस हार में भी जीत ढूंढने की कोशिश कर रही है, जो हास्यास्पद है.
इससे पहले केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णा राज को संसदीय दल की बैठक में चक्कर आ गया था, जिसके बाद उन्हें राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया है.
उम्मीद है कि गुजरात और हिमाचल में पार्टी की जीत के बाद दोनों नेता पार्टी को आने वाले चुनावों और मिशन 2019 की तैयारी का मंत्र देंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, गृहमंत्री राजनाथ सिंह समेत कई दिग्गज नेता बैठक में हिस्सा लेने पहुंच गए हैं.
आपको बता दें कि भले ही पार्टी ने दोनों राज्यों में बहुमत हासिल कर लिया हो लेकिन अभी तय नहीं है कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा. चूंकि गुजरात में सीटें कम हैं तो वहीं हिमाचल में सीएम उम्मीदवार प्रेम सिंह धूमल ही चुनाव हार गए. गौरतलब है कि अमित शाह ने गुजरात का सीएम तय करने का जिम्मा अरुण जेटली और हिमाचल प्रदेश के लिए निर्मला सीतारमण को सौंपा है. कहा जा रहा है कि गुजरात में 25 दिसंबर को शपथ समारोह हो सकता है.
अगले कई दिन अब इसी माथापच्ची में निकलेंगे कि दोनों राज्यों में वो कौन-सा चेहरा हो जो जीते हुए विधायकों का भरोसा तो हासिल करे ही, साथ में 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के हाथ मज़बूत करे.
आपको बता दें कि दोनों राज्य में जीत दर्ज करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी जब बीजेपी मुख्यालय पहुंचे थे. तो उन्होंने पार्टी को नया नारा दिया था, 'जीतेगा भई जीतेगा, विकास जीतेगा'. साफ है कि 2019 के लिए मोदी का नया नारा और एजेंडा तय है. यही मंत्र अब मोदी-शाह पार्टी नेताओं और सांसदों को देना चाहेंगे.
गौरतलब है कि राज्य की 182 सीटों पर संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 99 सीटों पर जीत मिली है, जबकि कांग्रेस और उसके सहयोगियों को सिर्फ 80 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा है.