1 दिसंबर को रिलीज होगी पद्मावती, ब्रिटिश सेंसर बोर्ड से हरी झंडी
नई दिल्ली। संजय लाली भंसाली की फिल्म 'पद्मावती' को लेकर भले ही भारत में जबरदस्त विरोध हो रहा है। कई संगठन इसके रिलीज के विरोध में मरने-मारने को तैयार बैठे हैं। लेकिन ब्रिटिश सेंसर बोर्ड ने फिल्म को हरी झंडी दिखा दी है। वहां 'पद्मावती' को 1 दिसंबर को रिलीज करने की इजाजत मिल गई है।
हैरानी की बात यह है कि ब्रिटिश बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (बीबीएफसी) ने बिना किसी कट के पास कर दिया है। बोर्ड को इसमें एक सिंगल कट लगाने की भी जरूरत महसूस नहीं हुई। बीबीएफसी ने 1 दिसंबर को यूनाइटेड किंगडम में आधिकारिक रिलीज के लिए फिल्म को पारित किया है। इसकी जानकारी देते हुए उन्होंने लिखा- बिना किसी कट के फिल्म को पास कर दिया गया है।
यूके में 'पद्मावती' को 12A सर्टिफिकेट दिया है। इसका मतलब यह है कि दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह और शाहिद कपूर स्टारर इस फिल्म को 12 साल और उससे ऊपर की उम्र वाले लोग देख सकते हैं।
बीबीएफसी ने 'पद्मावती' को सर्टिफिकेट देते हुए फिल्म के बारे में लिखा कि यह एक हिंदी भाषा की एपिक ड्रामा फिल्म है, जिसमें एक सुल्तान, राजपूत रानी को पकड़ने के लिए आक्रमण करता है।
हालांकि ऐतिहासिक तथ्यों के साथ कथित तौर पर छेड़छाड़ के आरोप में रूढ़िवादी समूहों के विरोध के बाद फिल्म की रिलीज डेट को भारत में टाल दिया गया है। लेकिन फिल्ममेकर भंसाली ने बार-बार ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ करने से इनकार किया है। फिल्म में दीपिका पादुकोण ने रानी पद्मावती का मुख्य किरदार निभया है। शाहिद कपूर महाराज रतन सिंह और रणवीर सिंह सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी के रोल में हैं।
फिल्म की रिलीज जो पहले 1 दिसंबर रखी गई थी, उसे स्थगित कर दिया गया है, क्योंकि फिल्म निर्माता अभी तक सेंसर प्रमाण पत्र हासिल नहीं कर पाए हैं। इसकी एक वजह फिल्म को लेकर चल रहा विरोध भी है। विरोध को देखते हुए कुछ राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने फिल्म के राज्य में रिलीज पर प्रतिबंध लगा दिया है।करणी सेना 'पद्मावती' का शुरुआत से विरोध कर रही है। फिल्म के सेट पर भी उन्होंने तोड़फोड़ की थी। हद तो तब हो गई, जब कुछ लोगों ने दीपिका की नाक काटने की धमकी दे डाली।