बातें करने में मशगूल महिला कर्मचारी की वजह से मुश्किल में पड़े मरीज
केरल के इडुक्की जिले के सरकारी अस्पताल में मरीजों से बदसलूकी का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में इडुक्की के सरकारी अस्पताल के काउंटर पर बैठी एक महिला कर्मचारी कतार में लगे मरीजों को टोकन देने में आनाकानी कर रही है।
इस घटना के सामने आने के बाद से ही ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक आदमी काउंटर पर बैठी महिला कर्मचारी से टोकन देने में हो रही देरी की वजह पूछ रहा है। कर्मचारी और इस शख्स के बीच हो रही बातचीत से ये पता लग रहा है कि मरीजों की लंबी कतार लगने के बाद भी कर्मचारी टोकन बांटने के बजाए आपस में बात कर रहे हैं, ऐसे में दूर-दूर से आए मरीज परेशान हो रहे हैं।
टोकन बांटने के बजाए बात करने में थी मशगूल-
महिला कर्मचारी से बातचीत कर रहे शख्स ने ही ये वीडियो बनाया है। ऐसे में देरी को लेकर उठाए गए उसके सवाल के बाद कर्मचारी ने टोकन बांटना बंद कर दिया और वो काउंटर से उठकर चली गई।
ऐसे में वीडियो बनाने वाले शख्स ने अस्पताल के ही एक वरिष्ठ कर्मचारी से इस पर सवाल पूछा कि "जब सरकार इन कर्मचारियों को वसूले गए टैक्स से तनख्वाह देती है तो कर्मचारी को क्या मरीजों की लंबी-लंबी कतारें नहीं दिख रही, क्या उसे इलाज कराने आए मरीजों को टोकन नहीं बांटने चाहिए। क्या इस कर्मचारी की ये हरकत ठीक है।"
वीडियो बनाने वाले शख्स को महिला कर्मचारी ने दी धमकी-
अस्पताल के वरिष्ठ कर्मचारी ने इस विवाद को खत्म करने की कोशिश की और इसके लिए शख्स से वीडियो डिलीट करने को कहा। हालांकि इस सबके बीच महिला कर्मचारी ने अपना काम करने से ही इंकार कर दिया।
वीडियो बनाने वाले शख्स ने दावा किया कि घटना के सबूत के तौर पर उसने ये वीडियो अपने पास रखा है, क्योंकि काउंटर पर बैठी महिला कर्मचारी ने उसके खिलाफ पुलिस में शिकायत करने की धमकी दी है
परेशान केवल वीडियो बनाने वाला शख्स ही नहीं था, बल्कि वीडियो में एक महिला भी अपनी तकलीफ बता रही है कि वो पिछले एक घंटे से अपने छोटे बच्चे को लेकर लाइन में सिर्फ इसलिए खड़ी है कि उसे इंजेक्शन लगवाना है। 6 मिनट का वीडियो के वायरल होने के बाद से ही सोशल मीडिया पर इस महिला कर्मचारी के बर्ताव को लेकर लोग विरोध दर्ज करा रहे हैं। कई लोग सोशल मीडिया पर ही इस महिला कर्मचारी को सस्पेंड करने की बात कह रहे हैं।
वहीं कई यूजर ये कहते दिखे कि इस महिला का परिवार और बच्चे नहीं होंगे, तभी वो दूसरों के साथ ऐसा बर्ताव कर रही है। कुछ यूजर्स ने इसे बचाने वाले कर्मचारी को भी आड़े हाथों लिया कि महिला को काउंटर पर बैठाने के बजाए साथी कर्मचारी उसे बचाने की कोशिश कर रहे हैं और वीडियो डिलीट करने के लिए शख्स पर दबाव बना रहे हैं।
इस वीडियो को इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स एसोसिएशन के फेसबुक पेज पर शेयर किया गया है, जहां बीस घंटों के अंदर ही इसे दस लाख लोगों ने देख लिया है। अब लोग इस महिला कर्मचारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। ताकि आगे कोई सरकारी अस्पताल में इस तरह की हरकत न करे और मरीजों को इस तरह के बर्ताव से परेशान नो होना पड़े।