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देश के लिये जीवन समर्पण को संकल्पित हों


 

स्वाधीनता पर्व में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किया आव्हान 

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि स्वाधीनता पर्व देश के लिए स्वयं को समर्पित करने का अवसर है। उन्होंने आव्हान किया कि प्रत्येक व्यक्ति अपने नागरिक कर्तव्यों की पूर्ति पूरी निष्ठा, ईमानदारी और परिश्रम से करें। साथ ही कोई एक कार्य समाज सेवा का अवश्य करें। श्री चौहान आज संस्कृति विभाग के तत्वावधान में आयोजित स्वाधीनता पर्व को संबोधित कर रहे थे। स्वधीनता पर्व का आयोजन रवीन्द्र भवन में किया गया था।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि देश को आजादी 90 वर्षों के कड़े संघर्ष के बाद मिली है। आजादी के दीवानों ने अपनी जमीं और अपने आसमां के लिए, सब कुछ न्यौछावर कर दिया था। स्वतंत्रता सेनानियों की संघर्ष गाथा का उल्लेख करते हुये कहा कि आजादी की लड़ाई दो धाराओं में लड़ी गई। एक का नेतृत्व क्रांतिकारी कर रहे थे। अहिंसक आंदोलन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नेतृत्व में चल रहा था। उन्होंने ऊधम सिंह, चन्द्रशेखर आजाद, भगत सिंह, सुभाष चन्द्र बोस, स्वतंत्र वीर सावरकर, रानी लक्ष्मी बाई और महात्मा गांधी के योगदान का स्मरण किया। उन्होंने कहा कि यह हमारा कर्तव्य है कि हम स्वाधीनता सेनानियों का नमन करें। संकल्प लें कि उन्होंने देश के लिये अपने प्राण दिये थे। हम देश के लिये अपना जीवन देंगे।

श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने संकल्प से सिद्धि का मंत्र दिया है। उन्होंने आतंकवाद, गरीबी, जातिवाद, सम्प्रदायवाद और भ्रष्टाचार मुक्त भारत बनाने के लिए उपस्थितजन को संकल्पित कराया। उन्होंने प्रदेश के स्वतंत्रता संघर्ष के वीरों टंट्या भील, रघुनाथ शाह, शंकर शाह, अवंति बाई और भीमा नायक आदि का स्मरण करते हुये कहा कि सरकार ने वीरों की स्मृति में स्मारक बनाये हैं। उन्होंने गैर जरूरी वस्तुओं को जरूरत मंदों को देकर आनंद प्राप्ति के लिये प्रेरित किया। कहा कि समाज के लिये कुछ न कुछ आवश्य करें। पेड़ लगायें अथवा बच्चों को पढ़ाने आदि के कार्य किये जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि आज के दिन महर्षि अरविन्द, स्वर्गीय कुशाभाऊ ठाकरे के जन्म दिवस है। उनका पुण्य स्मरण किया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम में शामिल होने वाले महाविद्यालों, विश्वविद्यालयों के प्रतिभागी और विजेता छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया। नमामि देवी नर्मदे अभियान के माध्यम से नर्मदा संरक्षण संवर्धन में सहयोग देने वाले म.प्र. जन अभियान परिषद के अधिकारियों, कर्मचारियों को सम्मानित किया। स्वाधीनता पर्व में मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस और जन्माष्टमी की शुभकामनायें दी। उन्होंने राधे-राधे जपो चले आयेंगे बिहारी भजन का गायन किया।

प्रख्यात पार्श्व गायिका सुश्री साधना सरगम ने कहा कि पूरी दुनिया में मध्यप्रदेश का नाम है। मुख्यमंत्री श्री चौहान के नेतृत्व में प्रदेश विकास की नई ऊंचाई पर पहुँचा है। उन्होंने दुनिया में राज्य की गरिमा को बहुत बढ़ाया है। स्वागत उदबोधन प्रमुख सचिव श्री मनोज श्रीवास्तव ने दिया। स्वाधीनता पर्व के संदर्भों पर प्रकाश डाला। आभार प्रदर्शन संस्कृति आयुक्त श्री आर.पी.मिश्रा ने किया।

कार्यक्रम में सुश्री सरगम ने जहाँ डाल-डाल पर सोने की चिड़िया करती बसेरा, मेरा कर्मा तू, मेरा धर्मा आदि देशभक्ति के गीतों की प्रस्तुति दी। वंदे मातरम और मध्यप्रदेश गान का गायन सुश्री सुहासिनी और उनके साथियों ने किया।

इस अवसर पर संभागायुक्त श्री अजातशत्रु एवं कलेक्टर श्री सुदामा खाड़े भी मौजूद थे।

अजय वर्मा

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