रोटा वायरस वेक्सिनेशन प्रारम्भ
उज्जैन | नवजात शिशुओं को डायरिया रोग से सुरक्षा के लिये रोटा वायरस वेक्सीन का टीकाकरण अभियान 3 अप्रैल को चरक भवन में प्रारम्भ किया गया है। वेक्सीन पिलाने की शुरूआत शिशुरोग विशेषज्ञ डॉ.यूपीएस मालवीय द्वारा साढ़े तीन माह की बालिका हियावंशी तथा 02 माह के बालक वेदांश को 05-05 बूंद वेक्सीन पिलाकर की गई।
उल्लेखनीय है कि रोटा वायरस वेक्सनी नवजात शिशुओं को दस्त रोग (डायरिया) से सुरक्षा प्रदान करती है। यह ओरल ड्रॉप है तथा इसकी 03 खुराक दी जाती हैं। जन्म के 06 सप्ताह की उम्र में प्रथम, 10 सप्ताह एवं 14 सप्ताह की उम्र में द्वितीय और तृतीय खुराक दी जाती है। इस वेक्सीन की सभी खुराक बच्चों को देने से शिशु दस्त रोग से पूरी तरह सुरक्षित हो जाते हैं। सिविल सर्जन डॉ.मालवीय द्वारा अपील की गई है कि सभी पालक अपने नवजात शिशु, जो 06 सप्ताह से 14 सप्ताह के हैं, को लेकर आंगनवाड़ी एवं टीकाकरण केन्द्र पर लाकर रोटा वायरस का टीका अवश्य पिलवाएं।
वर्तमान में दस्त रोग के कारण देश में प्रतिवर्ष लगभग 78 हजार बच्चों की मृत्यु हो जाती है। जन्म से 05 वर्ष तक उम्र के लगभग 40 प्रतिशत बच्चे दस्त रोग या इससे जुड़े कारणों से प्रतिवर्ष अस्पतालों में भर्ती होते हैं। रोटा वायरस वेक्सीन के कारण इस प्रकार की मृत्यु को रोका जा सकता है।