प्रशासनिक सेवा में रूचि अनुसार प्रशिक्षण देने वाली पहली अकादमी ‘शिवालिक अकादमी’ का हुआ शुभारंभ
उज्जैन। रविवार को शिवालिक अकादमी ‘बढ़े मंजिल की ओर’ के रूप में शहर को
एक अनूठी सौगात मिली जिसमें सिविल सेवा परीक्षण की तैयारी के साथ सेवा
क्षेत्र तथा जीवन में सफलता के लिए मोटीवेशन, मार्गदर्शन एवं प्रशिक्षण
दिया जाएगा। यह भारत देश का पहला संस्थान होगा जिसमें रूचि के अनुसार
युवाओं को सेवा क्षेत्र के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा।
पूर्व डिप्टी कमिश्नर जे.सी. बोरासी ने शासकीय सेवा के पश्चात अब इस
अकादमी को प्रारंभ करने का निर्णय लिया है। शहीद पार्क स्थित पाटीदार
टाॅवर पर रविवार दोपहर 2 बजे शिवालिक अकादमी का शुभारंभ हुआ। शाम 7 बजे
से सुंदरकांड का आयोजन किया गया। इस अकादमी में 10वीं से काॅलेज स्तर तक
के विद्यार्थियों एवं अन्य के लिए प्रशिक्षण एवं मार्गदर्शन की व्यवस्था
रहेगी। जो विद्यार्थी जिस सेवा में आगे बढ़ना चाहता होगा, उसे उसी के
अनुरूप प्राकृतिक, वैज्ञानिक, मनोवैज्ञानिक एवं दार्शनिक आधार पर
मार्गदर्शन और प्रशिक्षण दिया जाएगा। सिविल सेवा परीक्षा हेतु आईएएस,
आईपीएस, आईएफएस, आईआरएस, डिप्टी कलेक्टर, डीएसपी एवं अन्य महत्वपूर्ण
पदों के लिए प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कराई जाएगी।
गरीब विद्यार्थियों को निःशुल्क प्रशिक्षण
जे.सी. बोरासी ने प्रशासकीय सेवा अवधि के 25 वर्षों में से उज्जैन जिले
में विगत 11 वर्षों तक विभिन्न प्रशासकीय पदों पर अपनी सेवाएं देने के
बाद इस क्षेत्र की युवा पीढ़ी का मार्गदर्शन करने का निर्णय लिया है।
बोरासी के नेतृत्व में अनुभवी टीम द्वारा मोटीवेशन, मार्गदर्शन,
प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी एवं प्रशिक्षण दिया जाएगा। अकादमी में 30
प्रतिशत सीटें पात्रता के अनुसार गरीब विद्यार्थियों के लिए निःशुल्क
आरक्षित रहेंगी।