वरिष्ठ नागरिकों को निःशुल्क प्रदान किये जावेंगे विभिन्न जीवन सहायक उपकरण
सांसद प्रो. चिंतामणि जी मालवीय के कार्यालय पर शहर के निर्धन वरिष्ठ नागरिक राष्ट्रीय वयोश्री योजनान्तर्गत करवा सकते हैं अपना पंजीयन
उज्जैन- उज्जैन आलोट संसदीय क्षेत्र के जनसेवक माननीय सांसद प्रो. चिंतामणि जी मालवीय जनहितार्थ कार्यों में निरन्तर सक्रिय रहते हैं | इसी क्रम में गरीबी रेखा से नीचे गुजर-बसर करने वाले वरिष्ठ नागरिकों को शारीरिक सहायता एवं जीवन यापन के लिए आवश्यक उपकरण निःशुल्क प्रदान करने का कार्य सांसद महोदय के प्रयासों से संभव हो सकेगा | माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा गरीब व्रद्जनो के लिए लागू की गयी राष्ट्रीय वयोश्री योजनान्तर्गत आर्थिक रूप से पिछड़े समाज के वृद्ध लोगों को सक्रिय जीवन जीने के लिए सक्षम बनाना और वृद्ध-अनुकूल समाज बनाना मुख्य लक्ष्य है। इस योजना का उद्देश्य वृद्धजनों को जीवन सहायता उपकरण प्रदान करना है जिससे कि वो सामान्य जीवन व्यतीत कर सकें। वृद्धावस्था विकलांग जैसे कम दृष्टि, कम सुनना, दांतों की हानि और गतिरोध विकलांगता से ग्रस्त वरिष्ठ नागरिकों को राष्ट्रीय वयोश्री योजना के माध्यम से सहारा दिया जाएगा। योजना के तहत निम्नलिखित उपकरण वृद्धावस्था लाभार्थियों को निःशुल्क वितरित किये जावेंगे -
कान की मशीन, व्हीलचेयर, वॉकर, बैसाखी , तिपाई ,चश्मा , डेन्चर ( दांतों की कृत्रिम बत्तीसी ) और अन्य कई उपकरण आदि | वितरित किए जाने वाले उपकरण उच्च गुणवत्ता वाले होंगे और BIS (भारतीय मानक ब्यूरो) द्वारा निर्धारित मानकों के अनुरूप होंगे।
ये उपकरण वरिष्ठ नागरिकों को आयु संबंधी शारीरिक दिक्कतों से निपटने में मदद करेंगे और परिवार के अन्य सदस्यों के ऊपर उनकी निर्भरता को कम करते हुए उन्हें बेहतर जीवन जीने का अवसर भी देंगे। आर्थिक रूप से संपन्न नहीं होने के कारण निर्धन वरिष्ठ नागरिकों को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है | उक्त उपकरणों को प्राप्त कर वृद्धजन आत्मनिर्भर हो सकेंगे |
संसदीय क्षेत्र के गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले बुजुर्ग व्यक्ति जो निम्नलिखित मानदंडों को पूरा करते हो वह इस योजना का लाभ लेने हेतु सुबह 11 से सायं 5.30 के मध्य कोठी पैलेस स्थित सांसद कार्यालय ई-4 विक्रम विश्वविद्यालय परिसर पर अपना पंजीयन करवा सकते हैं |
· लाभार्थी की उम्र कम से कम 60 वर्ष होना चाहिए |
· एक सक्षम प्राधिकारी द्वारा व्यक्ति को गरीबी रेखा के नीचे रहने के रूप में प्रमाणित किया जाना चाहिए ( बी.पी.एल. राशन कार्ड ) |
· एक पासपोर्ट साइज़ फोटो |
यहाँ उल्लेखनीय है की वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार, भारत में वरिष्ठ नागरिकों की आबादी 10.38 करोड़ है। वरिष्ठ नागरिकों की 70 फीसदी से भी अधिक आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है। वरिष्ठ नागरिकों का एक बड़ा प्रतिशत वृद्धावस्था में होने वाली अक्षमताओं से पीड़ित है। एक अनुमान के मुताबिक, वर्ष 2026 तक उम्रदराज़ लोगों की आबादी बढ़कर करीब 173 मिलियन हो जाएगी। इस दिशा में सांसद जी द्वारा की गयी यह नवीन पहल निश्चित रूप से सराहनीय है जिसका लाभ अधिक से अधिक गरीब वृद्धजन प्राप्त कर सकते हैं |