‘साधारण’ नाम सवंत्सर पर सूर्य की प्रथम किरण को दिया अध्र्य
उज्जैन। अनुष्ठान मंडपम ज्योतिष आकादमी एवं नवसंवत्सराभिनंदन समारोह समिति के संयोजन में भारतीय नववर्ष शुक्ल का अभिनंदन प्रातः 5 बजे से दत्त अखाड़ा क्षिप्रा तट पर दिप प्रज्वलन और शंखनाद कर किया गया। सूर्य की प्रथम किरण को अध्र्य अर्पित कर ‘साधारण’ नाम संवत्सर का स्वागत हुआ।
समिति के पं चंदन गुरु ने बताया की प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी 151 वैदिक बटुकों द्वारा मंगलाचरण कर माँ क्षिप्रा नर्मदा का पंचामृत पूजन कर सौभाग्य सामग्री अर्पण की गई। पश्चात पं. वासुदेव पुरोहित के आचार्यत्व में वैदिक बटुकों द्वारा आदित्यहृदय स्त्रोत का पाठ किया गया। पश्चात पं. आशुतोष शास्त्री द्वारा शास्त्रीय संगीत की प्रस्तुती दी गई। जब राग भैरवी का आलाप किया तो सभी लोग मन्त्र मुग्ध हो गए।
निनाद नृत्य संस्था की नन्हीं बच्चियों द्वारा विभिन्न मुद्राओ में नृत्य कर भगवान सूर्य को नृत्यांजली अर्पित की गई। प्रातः 6.27 पर सूर्य को अध्र्य देकर ‘साधारण’ नाम संवत्सर का स्वागत किया। महिलाओं द्वारा गुड़ी एवं ध्वज का पूजन किया। पश्चात निम्ब का प्रसाद वितरण किया गया। यहां से ध्वज चल समारोह के रूप में महाकाल मंदिर पहुंचे जहां उक्त ध्वज बाबा महाकाल के शिखर पर लगाया गया। पंचांगकर्ता ज्यो. पं. श्यामनारायण व्यास द्वारा शहरवासियों को को शहर एवं क्षिप्रा को स्वच्छ रखने का संकल्प दिलाया गया। इस अवसर पर महामण्डलेश्वर शांतिस्वरुपानंद, रामानुजकोट के पीठाधीश्वर रंगनाथाचार्यजी, युवराज स्वामी माधव प्रपन्नाचार्य, विधायक डॉ. मोहन यादव, शहर कांग्रेस अध्यक्ष अनंतनारायण मीणा, पं. नारायण उपाध्याय, पं. वासुदेव पुरोहित, सुरेन्द्र चतुर्वेदी, डॉ. भगवतीलाल राजपुरोहित, कुलपति डॉ. रमेशचंद्र पंडा, राजेश कुशवाह, प्रमोद जोशी, शैलेश दुबे, पं. गौरव उपाध्याय, ब्रजेश नागर, रवि कडेला, पं. जयंत द्विवेदी, प्रणव भावे, नितिन मीणा, विकास गादीया, महेश जोशी, नीरज पंवार, बालककृष्णा भंसाली, डॉ पतंजलि पांडे, अधीश द्विवेदि, पं. राम शुक्ल आदि उपस्थित थे। दिनेश रावल द्वारा सूर्य भगवान का श्रृंगार किया गया था जो लोगो को अपनी तरफ आकर्षित कर रहा था।