रूद्रसागर में लहराई केसरिया धर्म ध्वज पताका
नववर्ष गुड़ी पड़वा पर सिंहासन बत्तीसी पर हुआ विक्रमादित्य महाराज का पूजन
उज्जैन। विक्रम संवत् 2074 चैत्र प्रतिपदा गुड़ी पड़वा नववर्ष के अवसर पर मंगलवार प्रातः 9.30 बजे रूद्रसागर स्थित विक्रमादित्य सिंहासन बत्तीसी पर न्याय के प्रतीक महाराजा विक्रमादित्य का पूजन अर्चन किया गया तथा मंत्रोच्चार के बीच 51 फीट लंबी केसरिया ध्वज का पूजन हुआ। ध्वज पूजन के पश्चात ढोल नगाड़ों के बीच 81 फीट उंचे स्तंभ पर 51 फीट लंबी ध्वज पताका फहराई गई।
विक्रमादित्य नवसंवत् धर्म ध्वजारोहण समिति, श्री कल्याण आश्रम हरिफाटक, धर्मसम्राट स्वामी करपात्री कल्याण संघ खेड़ीघाट बड़वाह, अखिल भारतीय धर्म संघ भारत द्वारा आयोजित इस धर्म ध्वजारोहण कार्यक्रम में प्रधान संरक्षक मां डाॅ. कल्याणी चैतन्य ब्रह्मचारिणी (अम्माजी), परमहंस डाॅ. अवधेशपुरी महाराज द्वारा महाराजा विक्रमादित्य की प्रतिमा पूजन के पश्चात ध्वज पूजन किया गया। आयोजन समिति के अजीत मंगलम के अनुसार इस अवसर पर विशेष रूप से सच्चिदानंद महाराज, प्रेम परमानंद महाराज उपस्थित थे। सारस्वत अतिथि पूर्व संभागायुक्त डाॅ. मोहन गुप्त, विक्रम विवि संस्कृत विभागाध्यक्ष केदारनारायण जोशी, पं. बृजमोहन भार्गव, आचार्य संतोष भार्गव, पं. सदानंद त्रिपाठी थे। इस अवसर पर आयोजन समिति के रवि राय, हरिसिंह यादव, अजीत मंगलम, श्याम जायसवाल, ईश्वर शर्मा, विजय व्यास, फूलचंद जरिया, आलोक शर्मा, पं. यश जोशी, नरेन्द्र अग्रवाल, यशवंत व्यास, मंगलेश गुरूजी, जितेन्द्र जोशी, अशोक माहेश्वरी, वरूण शर्मा, प्रकाश तोतला, पं. सुरेन्द्र चतुर्वेदी, अरूण वर्मा, महेश तिलक आदि उपस्थित थे।