सूर्य की प्रथम किरण को अध्र्य देकर प्रारम्भ होगा ‘साधारण’ नाम सवंतसर
उज्जैन। नवसंवत्सराभिनंदन समारोह समिति द्वारा इस वर्ष भी भारतीय नववर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा गुड़ी पड़वा 28 मार्च पर प्रातः 5 बजे से दत्त अखाड़ा क्षिप्रा तट पर दीप प्रज्वलन और शंखनाद कर नववर्ष के उत्सव का आयोजन प्रारंभ किया जाएगा।
समिति के पं. चंदन गुरु ने बताया की सर्वप्रथम 151 वैदिक बटुकों द्वारा मंगलाचरण कर माँ क्षिप्रा का पंचामृत पूजन कर सौभाग्य सामग्री अर्पण की जायगी। पश्चात आदित्यहृदय स्त्रोत का पाठ होगा। पं. आशुतोष शास्त्री द्वारा शास्त्रीय संगीत की प्रस्तुती दी जायगी साथ ही बाल कलाकारों द्वारा विभिन्न मुद्राओ में नृत्य कर भगवान सूर्य को नृत्यांजली अर्पित की जाएगी। प्रातः 6.27 बजे सूर्य को अध्र्य देकर ‘साधारण ’नाम संवत्सर का स्वागत करेंगे। शुभ चिन्हों से अंकित महिलाओं द्वारा गुड़ी एवं ध्वज का पूजन कर नीम का प्रसाद वितरण किया जायगा। ध्वज चल समारोह के रूप में चल कर उक्त ध्वज बाबा महाकाल के शिखर पर लगाया जाएगा। पंचांगकर्ता ज्यो. पं. श्यामनारायण व्यास द्वारा शहरवासियों को को शहर एवं क्षिप्रा को स्वच्छ रखने का संकल्प दिलाया जाएगा। समिति के ज्यो. पं. श्यामनारायण व्यास, पं. नारायण उपाध्याय, पं. वासुदेव पुरोहित, पं. गौरव उपाध्याय, ब्रजेश नागर, बंटी भदोरिया, जानी गुरु, दिनेश रावल आदि ने इस आयोजन में शामिल होकर धर्म लाभ लेने का आग्रह किया है।