बिना मुआवजे के चैड़ीकरण में सहयोग से रहवासियों का इंकार, शहर में जहां भी चैड़ीकरण हुए सब को मुआवजा बांटा तो हमें इंकार क्यों
उज्जैन। केडी गेट से इमली तिराहा, गायत्री मंदिर, गौतम मार्ग चैड़ीकरण के मामले में सोमवार को क्षेत्रीय रहवासी महापौर, निगमायुक्त तथा निगम सभापति से मिले। रहवासियों ने कहा कि इस मार्ग से सिंहस्थ में पेशवाई भी निकल गई तो इसे चैड़ीकरण करने की क्या आवश्यकता है। लेकिन यदि केडी गेट से नयापुरा मार्ग चैड़ीकरण कार्य यदि बहुत जरूरी हो तो विधिवत स्वीकृत कराकर रहवासियों से चर्चा कर मुआवजा राशि भूखंड की बाजार दर एवं बने हुए भवनों की क्षतिपूर्ति का नगद भुगतान करने के बाद ही किया जाए।
कांग्रेस नेता रवि राय के नेतृत्व में पहुंचे रहवासियों ने कहा कि केडी गेट, नयापुरा, गायत्री मंदिर, गौतम मार्ग प्राचीन मार्ग है तथा रहवासी क्षेत्र हैं। इन्हीं मार्गों से सिंहस्थ में पेशवाई भी निकली हैं इसलिए इसके चैड़ीकरण की आवश्यकता नहीं है। साथ ही इस चैड़ीकरण कार्य की स्वीकृति एमआईसी, निगम परिषद तथा राज्य शासन से भी प्राप्त नहीं हुई है और न ही वित्तीय वर्ष 16-17 एवं 17-18 के प्रस्तावित बजट में उक्त कार्य हेतु बजट का प्रावधान है। निगम अधिनियम के अनुसार किसी भी भूमि स्वामी की संपत्ति को सार्वजनिक सड़क में सम्मिलित करने पर क्षतिपूर्ति राशि का भुगतान करना होगा। निगम द्वारा दिये गये नोटिस में भूमि स्वामी को भूमि पर उपर दो तल बनाने की अनुमति दी जाएगी जबकि रहवासियों द्वारा इस मांग को मानने से इंकार किया गया। ऐसे कई गरीब लोग हैं जिनके पास टूटे हुए मकान को सुधार कार्य के रूपये नहीं हैं वे उपर दो तल कैसे बना पाएंगे। रवि राय के अनुसार भूमि विकास नियम 2012 में लागू हो चुके थे जिसके तहत लगभग 50 करोड़ का मुआवजा नगर निगम द्वारा कमरी मार्ग, आगर रोड़, जयसिंहपुरा मार्ग सहित विभिन्न मार्गों के चैड़ीकरण, चैराहा सौंदर्यीकरण, पुलियाओं के निर्माण हेतु दिया गया है फिर केडी गेट से नयापुरा के रहवासियों को मुआवजा देने से इंकार क्यों किया जा रहा है। उज्जैन विकास योजना 2021 का हवाला देकर इन मार्गों का चैड़ीकरण करने की कार्यवाही के तहत नोटिस दिये हैं। जबकि इसी योजना में कंठाल से छत्रीचैक, सवारी मार्ग तथा गाड़ी अड्डा से दानीगेट मार्ग की स्वीकृति शासन से हो चुकी थी और मुआवजा राशि भी स्वीकृत हो चुकी थी बावजूद उसके अपरिहार्य कारणों से इनका चैड़ीकरण निरस्त कर दिया गया। रवि राय के साथ नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र वशिष्ठ, पार्षद माया त्रिवेदी सहित क्षेत्र के अजगरभाई घोड़ीवाले, शाकिरभाई खालवाले, हकीम भाई बाॅम्बे वाले, मुंशी घोड़ीवाले, ओम सोनी, बिल्लू पानवाले, युसूफ किरानावाले, इकबाल इंदौरवाला आदि ने महापौर, निगमायुक्त तथा निगम अध्यक्ष को 9 सूत्रीय ज्ञापन सौंपकर मांग की कि इन पर विचार कर हमें न्याय प्रदान करें तथा रहवासियों को जारी नोटिस को निरस्त कर अनुपयोगी चैड़ीकरण को निरस्त करें। केडी गेट से नयापुरा मार्ग चैड़ीकरण कार्य यदि बहुत जरूरी हो तो विधिवत स्वीकृत कराकर रहवासियों से चर्चा कर मुआवजा राशि भूखंड की बाजार दर एवं बने हुए भवनों की क्षतिपूर्ति का नगद भुगतान करने के बाद एवं किरायेदारों जिसमें रहवासी एवं दुकानदार हैं उनको वैकल्पिक स्थान की व्यवस्था करने बाद ही किया जाए।